भारतीय सिनेमा के इतिहास में आज का दिन काली रात बनकर आया। लोग इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रहे कि श्रीदेवी जैसी लिजेंड इस दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं। श्रीदेवी बॉलीवुड की पहली फीमेल सुपरस्टार थीं। श्रीदेवी के अचानक निधन से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को तगड़ा झटका लगा है।
दुबई से श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत लाने की तैयारी चल रही है। खबरों की मानें तो रात 1 बजे तक शव मुंबई पहुंचेगा और कल सुबह 11बजे अंतिम संस्कार होगा। अंतिम क्षणों में श्रीदेवी के पास उनकी दोनों बेटियां और पति मौजूद नहीं थे। मां की मौत की खबर सुनने के बाद जाह्नवी का बुरा हाल है।
जाह्नवी करण जौहर की फिल्म ‘धड़की’ की शूटिंग कर रही थीं। खबर मिलते ही करण जाह्नवी को लेकर अनिल कपूर के घर पहुंच चुके हैं। वहीं अर्जुन कपूर भी कुछ ही देर पहले मुंबई पहुंचे। हाल ही में अर्जुन ने अपनी अपकमिंग फिल्म ‘नमस्ते इंग्लैंड’ की शूटिंग अमृतसर में शुरू की थी।
इस फिल्म में अर्जुन के अपोजिट परिणीति चोपड़ा होंगी। जैसे ही अर्जुन को श्रीदेवी के निधन की खबर मिली वो तुरंत मुंबई वापस आ गए। हालांकि श्रीदेवी के साथ अर्जुन का रिश्ता कड़वाहट से भरा रहा। अर्जुन ने कभी श्रीदेवी को मां के तौर पर नहीं अपनाया। एक इंटरव्यू में अर्जुन ने इस बात का खुलासा किया था।
अर्जुन ने कहा था, ‘श्रीदेवी और उनकी दोनों बेटियां मेरे लिए मायने नहीं रखतीं।’ अर्जुन बोनी की पहली पत्नी मोना कपूर के बेटे हैं। अर्जुन की एक बहन अंशुला भी हैं। जून 1996 में बोनी ने श्रीदेवी से दूसरी शादी कर ली थी। इस बात ने अर्जुन कपूर की मां मोना को काफी दुख पहुंचाया।
श्रीदेवी से शादी के बाद जब बोनी कपूर मोना से दूर हो गए थे। उस समय मोना के पास उनके दोनों बच्चे अर्जुन और अंशुला थे। उन कुछ सालों के अनुभव ने अर्जुन को पूरी तरह से बदल दिया था। वे काफी गुस्सैल और जिद्दी हो गए थे।
एक इंटरव्यू में अर्जुन कपूर ने कहा था, ‘वह कभी मेरी मां नहीं हो सकतीं। वह मां जैसी भी नहीं हो सकती। वह केवल मेरे पिता की पत्नी हैं।’ इस पर श्रीदेवी ने कहा था, ‘मैंने बोनी को उनके बच्चों या परिवार से मिलने के लिए कभी नहीं रोका।’ मां से संबंध खराब होने के बावजूद अर्जुन इस गम में परिवार के साथ शामिल हुए हैं।