माना जाता हैं कि इस पृथ्वी में घटित होने वाली हर घटना का श्रीमदभागवतगीता में पहले से ही वर्णन भगवान कृष्ण के द्वारा किया गया हैं. हिन्दू धर्म के अनुसार हर युग में भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाएं हमारे लिए ज्ञान का स्त्रोत हैं.मनुष्यों द्वारा भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए कृष्ण जी के कई नामों का जाप किया जाता है.इनमें से कुछ परम् कल्याणकारी नामों का जप अत्यंत उपयोगी है इससे भगवान की शरण की प्राप्ति होती हैं.
हरि
हिरंयगर्भा
ऋषिकेश
जगद्गुरु
जगदिशा
जगन्नाथ
जनार्धना
जयंतह
ज्योतिरादित्या
कमलनाथ
कमलनयन
कामसांतक
कंजलोचन
केशव
लक्ष्मीकांत
अव्युक्ता
बालगोपाल
बलि
चतुर्भुज
दानवेंद्रो
दयालु
दयानिधि
देवाधिदेव
देवकीनंदन
देवेश
धर्माध्यक्ष
द्वारकाधीश
गोपाल
गोपालप्रिया
गोविंदा
ज्ञानेश्वर
वैकुंठनाथ
वर्धमानह
वासुदेव
विष्णु
विश्वदक्शिनह
विश्वकर्मा
विश्वमूर्ति
विश्वरुपा
विश्वात्मा
वृषपर्व
यदवेंद्रा
योगि
योगिनाम्पति
सर्वपालक
सर्वेश्वर
सत्यवचन
सत्यव्त
शंतह
श्रेष्ट
श्रीकांत
श्याम
श्यामसुंदर
सुदर्शन
सुमेध
सुरेशम
स्वर्गपति
त्रिविक्रमा
उपेंद्र
पद्महस्ता
पद्मनाभ
परब्रह्मन
परमात्मा
परमपुरुष
पार्थसार्थी
प्रजापती
पुंण्य
पुर्शोत्तम
रविलोचन
सहस्राकाश
सहस्रजित
सहस्रपात
साक्षी
सनातन
सर्वजन
यह 108 नामों का जप अत्यंत शुभ फलदायी होता हैं.इसके प्रतिदिन जाप से मन के विकार समाप्त होते हैं. शरीर में सकारात्मकता और जीवन में आगे बढ़ने की शक्ति प्राप्त होती हैं. कठिन समय में मनुष्य का ह्रदय विचलित नहीं होता हैं और संसार में सभी सुखों को प्राप्त करता हैं .