जी-20 शिखर सम्मेलन में कब-क्या हुआ और किन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा, ये सबकुछ यहां जानिए..

जो बाइडेन और शी जिनपिंग की ऐतिहासिक मुलाकात

जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात ऐतिहासिक मानी गई क्योंकि ये दोनों की एक-दूसरे के साथ पहली मुलाकात थी। राष्ट्रपति बाइडेन ने मुस्कुराते हुए चीनी समकक्ष का अभिवादन किया। बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी चीन के राष्ट्रपति शी से पहली व्यक्तिगत मुलाकात थी। बता दें कि दोनों की मुलाकात को काफी चौंकाने वाली मानी जा रही है। ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। हालांकि, दोनों नेताओं ने ताइवान और उत्तर कोरिया सहित कई मुद्दों पर बातचीत की।

बाइडेन ने चीन को लेकर कहीं बड़ी बात

बैठक समाप्त होने के बाद चीनी राज्य मीडिया के हवाले से शी ने ताइवान को “पहली लाल रेखा” कहा, जिसे अमेरिका-चीन संबंधों को पार नहीं किया जाना चाहिए। वहीं बाइडेन ने कहा कि ताइवान को लेकर अमेरिकी नीति अपरिवर्तित थी। बाइडेन ने शी के साथ अपनी बैठक में कहा कि बीजिंग का दायित्व है कि वे उत्तर कोरिया को परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने के लिए बात करने की कोशिश करे। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के दरवाजे खुल रहेंगे और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन जल्द ही चीन की यात्रा भी करेंगे।

बाइडेन ने बैठक खत्म होने के बाद कहा कि “मुझे लगता है कि हम एक दूसरे को समझते हैं”। दोनों नेताओं ने जलवायु, ऋण राहत समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत के लिए भी सहमति जताई और मिस्र में आयोजित कॉप-27 (COP27) जलवायु शिखर सम्मेलन में वार्ता को बढ़ावा देने की बात कहीं।

रूस और यूक्रेन का मुद्दा

जी-20 शिखर सम्मेलन में रूस और यूक्रेन का मुद्दा भी अहम रहा। वीडियो के माध्यम से यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने शिखर सम्मेलन में एक भावुक और विस्तृत भाषण दिया। इंडोनेशिया में यूरोपीय संघ के राजदूत ने इसकी जानकारी दी। अमेरिका को उम्मीद है शिखर सम्मेलन में सम्मलित सभी विश्व नेता यूक्रेन के साथ हो रहे युद्ध को लेकर रूस की निंदा करेगा। रूस और यूक्रेन के युद्ध से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ रहा है। वहीं रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट को खारिज कर दिया कि शिखर सम्मेलन के दौरान उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। उन्होंने इस बात को फेक और झूठा बताया और पश्चिमी पत्रकारों को लताड़ा।

नेताओं की आगे की योजनाएं

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बीएई (BAE)सिस्टम्स से युद्धपोतों के लिए एक लंबे समय से नियोजित आदेश की पुष्टि करते हुए जी-20 में यूक्रेन के लिए अपना समर्थन दिया है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक-योल 15 नवंबर को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने वाले हैं। राज्य मीडिया के अनुसार, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सोमवार को सऊदी अरब से रवाना हुए। इस दौरान वह अन्य एशियाई राज्यों का भी दौरा करेंगे। वहीं कंबोडियाई प्रधानमंत्री हुन सेन कोरोना पॉजिटिव होने के बाद शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो सके।

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