जूनियर हाईस्कूल शिक्षकों में त्रिस्तरीय शिक्षक पैटर्न की मांग फिर से तूल पकड़ने लगी है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने इस संबंध में शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर यह मांग उठाई। शिक्षकों ने कहा कि राज्य में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू है। ऐसे में एक समान पीआरटी, टीजीटी और पीजीटी संवर्ग व्यवस्था राज्य में लागू होनी चाहिए।
सोमवार को संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा, महामंत्री राजेंद्र बहुगुणा और कोषाध्यक्ष सतीश घिल्डियाल ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से सचिवालय में मुलाकात की। इसके बाद पदाधिकारियों ने 14 सूत्रीय मांगपत्र शिक्षा मंत्री को सौंपा। कहा कि सरकार ने राज्यभर के 1500 जूनियर हाईस्कूलों का उच्चीकरण किया है। जिसमें जूनियर के तकरीबन 7500 पद समाप्त हो गए हैं। इससे शिक्षकों में रोष है। प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर जूनियर हाईस्कूल में भी पीआरटी, टीजीटी और पीजीटी व्यवस्था लागू की जाए। सभी जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों को जनपद कैडर के साथ टीजीटी एलटी घोषित किया जाए।
इससे जूनियर स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी। वहीं, गुणवत्ता सुधार के साथ शिक्षकों को पदोन्नति के अवसर भी मिलेंगे। इसके अलावा शिक्षकों ने जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाचार्य को पदोन्नत करने, अन्य कर्मचारियों की तरह शिक्षकों को एसीपी का लाभ दिलाने, पूर्व की तरह वर्ष में एक बार यात्रावकाश देने की भी मांग की। इसके बाद संघ पदाधिकारियों ने शिक्षा निदेशालय पहुंचकर शिक्षा निदेशक आरके कुंवर और अपर शिक्षा निदेशक बीएस रावत को भी मांगपत्र सौंपा। इस मौके पर जीवन अधिकारी, रघुवीर सिंह बिष्ट, अशोक जोशी, कुंवर राणा आदि मौजूद रहे।