अमेरिकी अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर दुनियाभर में कड़ी निंदा हो रही है. भारतीय मूल के माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी(सीईओ) सत्य नडेला ने कहा कि दुनियाभर में नफरत और नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में हुई मौत पर पूरे अमेरिका में फैले व्यापक हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय के साथ एकजुटता भी दिखाई.
दरअसल, 25 मई को अमेरिकी पुलिस ने अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को कैब से उतारकर जमीन पर लिटाकर घुटनों से उसकी गर्दन को दबाया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. इस क्रूर घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद से पूरे अमेरिका में धरने और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में हिंसक विरोध प्रदर्शन भी हुए. इन हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई, वहीं अब तक 4000 लोगों को हिरासत में लिया गया है. विरोध प्रदर्शनों में कई बिलियन डॉलर की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.
52 वर्षीय सत्य नडेला ने एक ट्वीट में कहा, ‘हमारे समाज में नफरत और नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है. सहानुभूति और साझा समझ एक शुरुआत है, लेकिन हमें और अधिक करना चाहिए.’
सत्य नडेला ने कहा, “मैं अश्वेत और अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय के साथ खड़ा हूं. हम अपनी कंपनी और अपने समुदायों में इस काम के लिए प्रतिबद्ध हैं.’
अमेरिका के 40 शहरों में कर्फ्यू
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से ही अमेरिका के 140 शहरों में हिंसक विरोध प्रदर्शन होने शुरू हुए. जिस पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन के चलते फ्लॉयड की मौत हुई, उसे निकाल दिया गया है और शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारी पर थर्ड डिग्री हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
अमेरिका में दशकों बाद ऐसे हिंसक विरोध प्रदर्शन के मामले सामने आए हैं. अमेरिका के 40 से ज्यादा शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.