देश में मानसून ने अभी सिर्फ दस्तक भर दी है लेकिन कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. मूसलाधार बारिश की वजह से सड़कें किसी नदी में बदल गई हैं. अब मानसून की शुरुआत में गी अगर यह हाल है तो आगे हालात और बिगड़ सकते हैं. राजस्थान के जोधपुर में बारिश इतनी तेज थी कि दोपहिया वाहन सड़कों पर तैरते नजर आए. भारी बारिश की वजह से लोग दुकानें और बाजार बंद करके घरों में कैद होने को मजबूर हैं. गुजरात के कई इलाके भी बारिश की मार झेल रहे हैं.
कभी तपती धूप और गर्म हवाओं की मार झेलता राजस्थान अब बारिश के सैलाब से सराबोर है. जोरदार बारिश से जोधपुर में पानी की नदियां बह रही हैं. पहाड़ी इलाके से सटे जोधपुर को अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है लेकिन फिलहाल वहां के हालात बहुत खराब हैं.
गुजरात के मोरबी में उफनती नदियों ने कहर बरपा रखा है. मोरबी बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर गया है और कई वाहन इस वजह से खराब हो गए. हालात यह कि वाहनों में फंसे लोगों को रस्सी की मदद से वाहर निकाला गया. करीब 12 इंच बारिश ने पूरे इलाके में खतरे की घंटी बजा दी है. यहां बांध के 14 दरवाजे खोल दिए गए हैं ताकि इलाके से पानी को निकाला जा सके. लेकिन बांध के फाटक खोलने से निचले इलाकों में जलभराव का खतरा बढ़ गया है.
पाटन जिले के सिद्धपुर में शनिवार रात जोरदार बारिश हुई है. यहां पिछले 12 घंटे में 13.5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई. देर रात कई इलाकों में 4 से 5 फीट पानी भर गया जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. कई इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की मदद भी ली जा रही है.
मौसम विभाग भी इस बार अच्छे मानसून की बात कह चुका है. इस अच्छे मानसून में तबाही और बर्बादी से बचने की कोशिश पहले से ही करनी होगी. लेकिन इस मामले में तो देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई तक में बारिश से बुरा हाल है. दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों में जलभराव हो गया है जिससे सड़क हादसों को खतरा और बढ़ गया है.
किसानों के लिए मुसीबत बनी बारिश
मूसलाधार बारिश का कहर उन किसानों पर भी बरपा जिन्हें हमेशा बारिश का इंतजार रहता है. पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश ने खेतों में तैयार खड़ी हजारों एकड़ फसल तबाह कर दी है. तो अनाज केंद्रों में खुले में पड़ा सैकड़ों टन अनाज भी बारिश में सड़ रहा है. संगरूर में खेत में बर्बाद फसल ने किसानों के जख्मों पर नमक का काम किया है.
पंजाब के बरनाला में भी फसल बर्बादी को लेकर किसानों का गुस्सा भड़क गया है. कुदरत के कहर ने यहां फसल को तबाह कर दिया और गुस्साए किसानों ने शनिवार को चंडीगढ़ हाईवे पर जाम लगा दिया. अनुमान के मुताबकि यहां आधा दर्जन गांवों में भारी बारिश से 10 हज़ार एकड़ की फसल बर्बाद हुई है.
हरियाणा के करनाल में पिछले 3 दिन में हुई बारिश से जिले की करीब 40 फीसदी धान की खेती बर्बाद हो चुकी है. अंदेशा है कि आगे भी ऐसी ही बारिश हुई तो बाकी बची फसल भी पानी की भेंट चढ़ जाएगी. किसानों ने स्थानीय प्रशासन पर भंडारण की उचित व्यवस्था ना करने का आरोप लगाया है.