अपनी ही बहन को हराकर ये खिलाड़ी बनी ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन
हार से जीत तक कैसी पहुंची टीम इंडिया
इंग्लैंड को 24 बॉल में 32 रन की दरकार थी। बेन स्टोक्स और जो रूट जमे हुए थे और भारतीय खिलाड़ियों के कंधे झुकने लगे थे। लेकिन नेहरा ने 17वें ओवर में ना केवल स्टोक्स को पवेलियन भेजा बल्कि महज पांच रन देकर भारत की उम्मीदें जगाईं।
अगला ओवर बुमराह ने डाला और सिर्फ तीन रन दिए। जाहिर है, नौजवान तेज गेंदबाज की इस धारदार कोशिश ने कप्तान विराट कोहली का हौसला बढ़ा दिया। 19वें ओवर की जिम्मेदारी फिर नेहरा पर थी जिन्होंने शुरुआती तीन गेंदों पर चार रन दिए। लेकिन अगली तीन गेंद पर जोस बटलर ने 12 रन बटोरे जिसमें एक शानदार छक्का और चौक्का शामिल है। ओवर से कुल मिले 16 रन और जीत की आस जाती रही।
आखिरी ओवर में इंग्लैंड को सिर्फ आठ रन चाहिए थे। बुमराह के हाथ में गेंद थी और सामने अनुभवी जो रूट। जीत इंग्लैंड के हाथों में दिख रही थी। लेकिन पहली ही गेंद पर कुछ ऐसा हुआ की मैच पलट गया।
कोहली को गणतंत्र दिवस पर मिला स्पेशल गिफ्ट
मराह की सामान्य उछाल की गेंद को पढ़ने में रूट गच्चा खा गए और ऐसा लगा कि बॉल सीधे उनके पैड पर टकराई। बुमराह की अपील और अंपायर सी शम्सुद्दीन ने उंगली उठाने में जरा देर नहीं लगाई। नागपुर स्टेडियम में शोर अपने चरम पर पहुंच गया।
अंपायर के फैसले से रूट सकते में आ गए और रिप्ले ने उनके गुस्से की वजह को वाजिब बताया। दरअसल गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर पैड पर लगी थी और पगबाधा आउट होकर पवेलियन लौटे रूट काफी बदकिस्मत रहे।
टीम इंग्लैंड क्यों हुई नाराज
अनंद गौतम ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”हम जीत गए और इसका श्रेय जाता है सी शम्सुद्दीन को।” मैच के बाद मॉर्गन ने कहा, ”ये काफी निराश करने वाला था। इसमे मोमेंटम बदल दिया। 20वें ओवर की पहली गेंद और ऐसी विकेट पर 40 बॉल खेल चुके बल्लेबाज की विकेट गंवाना- ये बडा झटका था। ये हमारे लिए काफी भारी साबित हुआ।”
इंग्लैंड करेगा अंपायर की शिकायत
@De_Vindula हैंडल से लिखा गया ”क्या अब बुमराह हीरो बन गए हैं! कमऑन यार, आपको सी शम्सुद्दीन को भी कुछ श्रेय देना चाहिए जिन्होंने अनाधिकारिक रूप से मैच में भारतीय टीम की नुमाइंदगी की।”
टीम इंग्लैंड मैच रेफरी को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट में शम्सुद्दीन के गलत फैसले को प्रमुखता से उठाने की भी तैयारी कर रही है।