टीम इंडिया के क्रिकेटरों के ‘अच्छे दिन’ आने वाले हैं। आगामी सीजन में टीम इंडिया के क्रिकेटरों और घरेलू खिलाड़ियों की सैलरी डबल हो सकती है। सौरव गांगुली ने कहा- टेस्ट से नहीं होती है कमाई, रात में खेले जाएं मैच
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासक समिति (सीओए) एक फॉर्मूले पर काम कर रही है, जिसमें 180 करोड़ रुपए की मौजूदा रकम में 200 करोड़ जोड़ सकते हैं ताकि अगले सीजन में खिलाड़ियों की सैलरी में 100 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सके।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि सीओए सीनियर और जूनियर टीमों की सैलरी बढ़ाने के लिए नए फॉर्मूले पर काम कर रही है। यह फॉर्मूला बीसीसीआई की महा इकाई के सामने बहाली के लिए दिखाया जाएगा।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ाने के लिए दमदार प्रेजेंटेशन दिया था, जो उनका मानना है कि लंबे समय से बाकी है।
हालांकि, क्रिकेटरों की इन श्रेणियों में बदलाव होना लगभग तय है। बता दें कि टीम इंडिया के कप्तान कोहली ने साल 2017 में 46 मैच में 5.51 करोड़ रुपए कमाए, लेकिन नए फॉर्मूले के लागू होने पर उन्हें बीसीसीआई की उपलब्धियों के लिहाज से साल के 10 करोड़ रुपए से अधिक मिल सकते हैं।
यह भी सही है कि कोहली की आईपीएल और निजी इंडोर्समेंट्स से ज्यादा कमाई होती है। इसी प्रकार रणजी ट्रॉफी क्रिकेटर को सालाना 12 से 15 लाख रुपए मिलते थे, नए फॉर्मूले के लागू होने से उन्हें 30 लाख रुपए तक मिल सकते हैं।
सूत्रों की माने तो पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने डोमेस्टिक खिलाड़ियों की सैलरी में इजाफा करने की बात सोमवार को बीसीसीआई की एसजीएम में की थी। यह भी खुलासा हुआ है कि नए फॉर्मूले से बीसीसीआई के राज्य इकाई के 70 प्रतिशत शेयर को कोई नुकसान नहीं होगा।
एक अधिकारी ने समझाया, ‘ऐसा इसलिए नहीं होगा क्योंकि सीनियर टीम के भारतीय क्रिकेटरों को बीसीसीआई द्वारा दिखाए 26 प्रतिशत राजस्व की आधी रकम भी नहीं चुकाई जाती, जबकि उसके पास पैसों की कमी नहीं है। अब इसे इस तरह वितरित किया जाएगा ताकि डोमेस्टिक क्रिकेटरों की सैलरी में भी इजाफा हो।’