इस मौके पर दोनों के परिजन व कुछ दोस्त भी मौजूद रहे। कविता और रोहित ने जिस मंदिर में शादी की मान्यता है कि उसी मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था।
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इस मौके पर पंडित राजेश भट्ट व गिरीश भट्ट ने विवाह संस्कार की सभी रस्मों के तहत दोनों को सात फेरे दिलाए। इस मौके पर नव दंपति के माता-पिता सहित परिवार के अन्य लोग मौजूद थे।
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मान्यता है कि त्रियुगीनारायण मंदिर में शिव-पार्वती का विवाह हुआ था जिसके चलते यहां विवाह आयोजन को सौभाग्य माना जाता है। यहां आज भी शिव-पार्वती के विवाह यज्ञ कुंड में अग्नि आज भी निरंतर जल रही है।
मान्यता है कि यहां पर दर्शनों को पहुंचने वाले भक्त भी इस कुंड में एक लकड़ी अर्पित करते हैं। बता दें कि रुद्रप्रयाग में एसडीएम ललित मोहन रयाल ने भी इसी मंदिर में विवाह किया था।