यूक्रेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर बैन लगाने का फैसला किया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वोलोदिमीर जेलेंस्की सरकार ने ये फैसला लिया है। यूक्रेन ने बताया कि आखिर उसने ये फैसला क्यों लिया है। रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) में धड़ल्ले से टेलीग्राम का इस्तेमाल होता है। बता दें कि टेलीग्राम के 900 मिलियन यूजर्स हैं।
यूक्रेन ने टेलीग्राम (Telegram Ban) पर बैन लगा दिया है। यूक्रेन का कहना है कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सरकारी और सेना के अधिकारियों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। यूक्रेन का दावा है कि टेलीग्राम के जरिए रूस उसके देश पर जासूसी कर रहा है।
यूक्रेन के नेशनल सिक्योरिटी ऐंड डिफेंस काउंसिल ने इसका एलान किया है। कुछ दिनों पहले यूक्रेन की जीयूआर मिलिटरी इंटेलिजेंस एजेंसी ने बताया था इस प्लेटफॉर्म के जरिए रूस, यूक्रेन पर जासूसी कर रहा है।
यूक्रेन ने राष्ट्रीय सुरक्षा का दिया हवाला
यूक्रेन का कहना है कि यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। बता दें कि रूस और यूक्रेन, दोनों देशों में धड़ल्ले से टेलीग्राम का उपयोग किया जाता है। रूस-यूक्रेन जंग की जानकारी साझा करने के लिए रूस और यूक्रेन सरकार इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करती आई है।
टेलीग्राम की स्थापना रूसी मूल के पावेल डुरोव ने की थी। पिछले महीने टेलीग्राम फाउंडर और सीईओ पावेल डुरोव फ्रांस में गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि टेलीग्राम के 900 मिलियन यूजर्स हैं। लोकप्रियता के बावजूद कंटेंट मॉडरेशन को लेकर चिंताओं के कारण टेलीग्राम को कई देशों में प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है।
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