अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले दिनों अफगानिस्तान को लेकर यूएस की नई पॉलिसी का ऐलान किया गया था और भारत से अपील करते हुए कहा था कि वह अफगानिस्तान के मुद्दे पर अमेरिका की मदद करे। ट्रंप की इस अपील के बाद भारत ने अफगानिस्तान की तरफ मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।#बड़ा हादसा: मुजफ्फरपुर में बेकाबू ट्रक ने पुलिस टीम को रौंदा, कई लोगो की हुई मौत…..
दोनों देशों के बीच रणनीतिक बैठक
इसी क्रम में सोमवार को दोनों देशों के बीच रणनीतिक बैठक होने वाली है, जिसमें अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी अपने देश का प्रतिनिधित्व करेंगे जबकि उनकी समकक्ष सुषमा स्वराज भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
भारत दौरे पर हैं सलाहुद्दीन रब्बानी
इससे पहले अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी रविवार को अपने तीन दिवसीय दौरे के तहत भारत पहुंचे। खबरों के मुताबिक रब्बानी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी करेंगे।
इस मौके पर सलाहुद्दीन रब्बानी भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ भारत और अफगानिस्तान की रणनीतिक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में दोनों देशों के नेताओं के बीच अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
अफगानिस्तान में ट्रंप ने मांगी भारत की मदद
अफगानिस्तान को लेकर अमेरिका की रणनीति पर बोलते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि हम भारत के साथ एक गहरी रणनीतिक साझेदारी विकसित करेंगे, लेकिन हम भारत से उम्मीद करते हैं कि वो अफगानिस्तान मुद्दे पर हमारी पहले से ज्यादा मदद करेंगे। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार में भारत ने अरबों डॉलर्स की कमाई की है, लेकिन अमेरिका चाहता है कि अफगानिस्तान को लेकर भारत उसकी मदद करने के लिए आगे आए।
अफगानिस्तान की मदद के लिए हर समय तैयार
अफगानिस्तान पर अमेरिका की नई पॉलिसी का भारत ने स्वागत किया और अमेरिकी राष्ट्रपति की अपील पर मदद का आश्वासन देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा के लिए भारत हर तरह की मदद करने के लिए तैयार है।
अमेरिका की नई पॉलिसी का भारत ने किया स्वागत
डोनाल्ड ट्रंप की अफगान नीति पर बोलते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत, आतंकवादियों को पनाह देने वाले और सीमा पार से सहयोग मुहैया कराए जाने के मुद्दों से निपटने की अमेरिकी राष्ट्रपति की नई पॉलिसी का स्वागत करता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि लाने के लिए वहां की सरकार और लोगों की सहायता करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।