पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक ‘ओबामाकेयर’ को लेकर डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन पहले से ही सख्ती दिखा रहा था. अब ओबामाकेयर को निरस्त कर अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में नया हेल्थ केयर (रिपब्लिकन स्वास्थ्य सेवा) बिल पास हो गया है. इससे पहले यह बिल मार्च में पर्याप्त समर्थन ना मिल पाने के कारण पास नहीं हो पाया था.
पक्ष में पड़े 217 वोट
इस बिल को पास कराने के लिए कुल 216 वोटों की जरूरत थी, बिल के पक्ष में 217 वोट पड़े. हालांकि डेमोक्रेट्स की ओर से बिल के पक्ष में एक भी वोट नहीं पड़ा. डोनाल्ड ट्रंप अपने इस अमेरिकन हेल्थ एक्ट बिल के लिए अपनी पार्टी रिपब्लिकन में तो समर्थन मिल गया. हालांकि, डेमोक्रेट सदस्यों के अलावा मरीजों, डॉक्टरों और अस्पतालों के कई समूहों ने इस बिल का विरोध किया था. आपको बता दें कि अपने पिछले तीन माह के कार्यकाल में यह पहली बड़ी जीत है.
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ट्रंप बोले इस बार था पूरा भरोसा
बिल पास होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि “मैंने दो साल तक इसके लिए अभियान चलाया. मैं जहां भी गया मैंने ओबामाकेयर से लोगों पर पड़े बुरे असर को देखा. उन्होंने कहा कि बीमा के लिए आपका प्रीमियम घटना शुरू हो जाएगा. अब हम इसे सीनेट से पारित कराएंगे, मुझे इस बात का पूरा भरोसा है.” आपको बता दें कि ट्रंप ने सत्ता में आने के बाद ही इसे निरस्त करने का आदेश दिया था.
क्या है ओबामा केयर?
आपको बता दें कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के मकसद से जो हेल्थकेयर प्लान शुरू किया, उसे ही ओबामाकेयर के नाम से जाना जाता है. इसका आधिकारिक नाम ‘द पेशंट प्रोटेक्शन ऐंड अफॉर्डेबल केयर ऐक्ट’ (पीपीएसीए) है और 23 मार्च 2010 को इस बारे में कानून बना था. इस कानून का मकसद अमेरिका में हेल्थ इंश्योरेंस की क्वॉलिटी और अफोर्डिबिलिटी को बढ़ाना और स्वास्थ्य मामलों पर लोगों द्वारा खर्च की जानेवाली रकम को कम करना था.