डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में डाक्टर नहीं, बल्कि सफाईकर्मी ही मरीज को टांका लगा देते हैं। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि एक वायरल वीडियो में ऐसा करते हुए साफ तौर पर देखा जा रहा है। इसमें डाक्टर या नर्स की जगह सफाईकर्मी महिला मरीज को टांका लगा रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन में हलचल मच गई है।
अभी तक ऐसे मामले सिर्फ निजी अस्पताल में ही सामने आते थे। मगर अब सिविल जैसे सरकारी अस्पताल में भी मरीजों की जिंदगी के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। मामले में निदेशक जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। वैसे सिविल अस्पताल में इस तरह का यह कोई नया मामला नहीं है। कुछ माह पहले एक निजी डाक्टर अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में एक मरीज का ऑपरेशन करते पाया गया था। मामले ने तूल पकड़ा तो जांच कमेटी बनाने की बात कहकर केस को ही दबा दिया गया। चार-पांच माह से अधिक बीत जाने के बाद भी आरोपित निजी डाक्टर के खिलाफ न तो जांच रिपोर्ट आई और न ही अब तक उसके ऊपर कोई कार्रवाई की गई। अब ताजा मामले में भी जांच कमेटी बनाकर आरोपित पर सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है। वीडियो अस्पताल के फीमेल सॢजकल वार्ड का बताया जा रहा है।
वायरल वीडियो को मैंने देख लिया है। प्रथम दृष्टया यह काफी गंभीर मामला लग रहा है। जांच कराकर यह देखना है कि वीडियो कब का है और सफाईकर्मी को टांका काटने या लगाने को किसने कहा। इसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी