दो दिन पहले छुट्टी पर घर आए सेना के लेफ्टिनेंट की रविवार देर रात लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर हादसे में मौत हो गई. फर्रुखाबाद में एक धार्मिक आयोजन से परिवार सहित लौट रहे लेफ्टिनेंट अफसर की वैगन आर डिवाइडर से टकरा गई. कार में आग लगने और सेंट्रल लॉक न खुलने के कारण कोई बाहर नहीं निकल पाया. लेफ्टिनेंट की जलकर मौत हो गई. वहीं, खेत में पानी दे रहे किसानों ने साहस दिखाते हुए कार का शीशा तोड़कर परिवार के शेष चार लोगों को बचा लिया. हालांकि वे गंभीर रूप से घायल हैं.
नींद बनी काल
अरुणाचल प्रदेश में तैनात लेफ्टिनेंट राहुल यादव (23) अपनी मां और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ फर्रुखाबाद में हुई भागवत कथा से लौट रहे थे. घटिया घाट पर इसका आयोजन राहुल के पिता राधा किशन यादव ने किया था. बताया जा रहा है कि राहुल को नींद का झोंका आ गया और कार डिवाइडर से टकरा गई. रात करीब एक बजे एक्सप्रेस-वे पर बनी हरदू गांव के पास दूर खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने धमाके की आवाज के साथ कार में लपटें उठती देखीं तो भागे. कार धू-धू कर जल रही थी और अंदर लोग बेहोश पड़े थे.
शीशा तोड़ बाहर निकाला
ग्रामीणों ने कार का शीशा तोड़कर जब तक राहुल को निकाला, उनकी मौत हो चुकी थी. राहुल की मां मनोजा देवी, रीना देवी, हर्षित यादव, मीरा देवी को बेहोशी और घायल हालत में बाहर निकाला. तब तक दूसरी कार से पीछे चल रहे राहुल के पिता और अन्य परिवारीजन भी पहुंच गए. उधर ग्रामीणों की सूचना पर यूपीडा की एंबुलेंस घायलों को सैफई मेडिकल यूनीवर्सिटी ले गई. हर्षित यादव की जांघ की हड्डी टूट गई. ग्रामीणों का कहना है कि कार डिवाइडर से टकराई और ¨चगारी से आग लग गई.
प्रमोशन की आ गई थी सूचना
राहुल 2016 में सेना में भर्ती हुए थे. छुट्टी पर घर आने के बाद उन्हें प्रमोशन की सूचना मिली थी. परिवार वालों ने बताया कि उसे कैप्टन पद पर प्रोन्नत किए जाने की सूचना मिली थी. सब लोग हंसी खुशी लौट रहे थे लेकिन, यह हादसा हो गया.