दिल्ली में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और स्वाइन फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. लेकिन क्या दिल्ली के सरकारी अस्पताल इन बीमारियों से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं, यही जानने के लिए आज तक की टीम पूर्वी दिल्ली के जीटीबी यानी गुरू तेगबहादुर हॉस्पिटल पहुंची. ये दिल्ली सरकार का पूर्वी दिल्ली में बड़ा अस्पताल है.गोरखपुर में 63 बच्चों की मौत पर गरमाई सियासत, सोनिया के कहने पर पहुंचे कांग्रेसी नेता
ब्लड टेस्ट का नंबर कई दिन में
डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों में खून की जांच जरुरी होती है. ब्लड टेस्ट से ही इन बीमारियों के पुख्ता होने का पता चलता है लेकिन सरकारी अस्पताल में जब आप बुखार से तपते हुए जांच कराने जाएंगे तो आप का नंबर अगर एक दो दिन में आ जाए तो आप खुशकिस्मत होंगे.
ब्लड टेस्ट डिपार्टमेंट के बाहर लंबी लाइन में लगे लोगों का कहना है कि वह बीते कई घंटों से यहां खड़े हैं, लेकिन उनका नंबर नहीं आया. ब्लड टेस्ट का ये सेंटर केवल दोपहर 12:00 बजे तक खुलता है. यानी अगर आप का नंबर 12:00 बजे तक नहीं आया तो आप अगले दिन दोबारा लाइन में लगेंगे चाहे आपकी तबियत कैसी भी हो.
नहीं है डेंगू वार्ड
हैरानी की बात यह है कि इतने बड़े अस्पताल में इस साल अब तक डेंगू वार्ड शुरू नहीं किया गया. अस्पताल के नोडल अधिकारी ने बताया कि फिलहाल इस हॉस्पिटल में डेंगू वार्ड की अलग से कोई शुरुआत नहीं की गई है. डेंगू के जो भी मरीज आते हैं उन्हें जनरल वार्ड में ही शिफ्ट किया जाता है.