फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग डेटा लीक केस में अमेरिकी कांग्रेस के सामने आज पेश होने वाले हैं. कैपिटल हिल में पेश होने से पहले मार्क जकरबर्ग ने सिनेटरों से मुलाकात की. साथ ही डेटा लीक मामले में माफीनामा भी जारी किया.
सोमवार को कांग्रेस के लिए जारी लिखित बयान में फेसबुक सीईओ ने माफी मांगी कि इस सोशल मीडिया नेटवर्क ने डेटा मिसयूज को रोकने लिए ज्यादा कुछ नहीं किया.
फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कहा कि यह साफ है कि हमने इन टूल्स को नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया. फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग के इस माफीनामे को यूएस हाउस एनर्जी एंड कॉमर्स कमिटी ने जारी किया है.
फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने माफीनामे में कहा कि उन्होंने फेसबुक की शुरुआत की, वह उसे चला रहे हैं और वहां जो कुछ भी होता है, उसके लिए वह जिम्मेदार हैं. साथ ही मार्क ने कहा कि फेसबुक डेटा को सुरक्षित करने के लिए और ज्यादा निवेश करेगा और इससे फेसबुक आगे भी बढ़ेगा, ऐसा उन्हें पूरा विश्वास है.
सांसदों से मुलाकात
जकरबर्ग कांग्रेस में पेशी से पहले अमेरिकी सांसदों से मिल रहे हैं. इसी सिलसिले में उन्हें फ्लोरिडा के डेमोक्रेटिक सिनेटर बिल नेल्सन से मिलते हुए देखा गया. जकरबर्ग को कांग्रेस के सामने मंगलवार और बुधवार को पेश होना है.सूत्रों के अनुसार कांग्रेस उनसे 2016 राष्ट्रपति चुनाव पर सवाल जवाब कर सकता है.उन पर कई तरह के आरोप लगा सकता है.
सुरक्षा बढ़ाएंगे
फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने अपने माफीनामे में जिक्र किया है कि विज्ञापनदाता और डेवलपर्स कभी भी फेसबुक के लोगों से कनेक्ट करने के मिशन से ऊपर नहीं होगा.
जकरबर्ग ने कहा कि हमने लोगों के प्राइवेट डेटा को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया. हम उसके लिए माफी मांगते हैं, लेकिन अब हम डेटा को सुरक्षित करने के लिए हर कदम उठा रहे हैं. इसके लिए कदम उठाए गए हैं. फेसबुक में अभी डेटा सुरक्षित करने में 15 हजार लोग काम कर रहे हैं, 2018 के अंत तक इसे बढ़ाकर 20 हजार किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. फेसबुक सीईओ ने माना कि कंपनी से रूसी दखलअंदाजी को पकड़ने और उसे रोकने में देर हुई.
यह है मामला
क्रैंब्रिज एनालिटिका द्वारा 87 मिलियन यूजर्स के पर्सनल डेटा लीक मामले के बाद से फेसबुक विवादों में है. उसके साख को भी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में फेसबुक ने उन यूजर्स को नोटिफाई करना शुरू कर दिया है, जिनका डेटा प्रभावित हुआ है.
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की मदद करने वाली एक फर्म ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ पर लगभग 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स की निजी जानकारी चुराने के आरोप लगे हैं. इस जानकारी को कथित तौर पर चुनाव के दौरान ट्रंप को जिताने में सहयोग और विरोधी की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया गया है. इसे फेसबुक के इतिहास का सबसे बड़ा डेटा लीक कहा जा रहा है. कैंब्रिज एनालिटिका को एक पोल के जरिए यूजर्स के प्राइवेट डेटा मिले थे.