साध्वी रेप केस में जेल गए राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा को दो दिन खंगाला गया। दूसरे दिन शनिवार को 18 ऐसे राज खुलकर सामने आए, जिनके बारे में किसी ने नहीं सोचा होगा।अभी-अभी लिया बड़ा फैसला: एक UT ने बनाया रिकॉर्ड, 4 राज्यों में 10 साल से चल रहे केस हुए समाप्त…
साध्वी रेप केस में 20 साल के लिए अंदर गए राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा को दो दिन खंगाला गया। दूसरे दिन शनिवार को ऐसे राज खुलकर सामने आए, जिनके बारे में किसी ने नहीं सोचा होगा। शनिवार को दूसरे दिन सर्च ऑपरेशन सुबह 9.15 बजे शुरू किया गया और शाम 5.15 बजे खत्म कर दिया गया।
शाम सवा छह बजे प्रशासन की ओर से प्रवक्ता सतीश मेहरा ने बताया कि दूसरे दिन का ऑपरेशन समाप्त हो गया है। रविवार को तलाशी अभियान चलाया जाएगा, इसके बारे में अधिकारियों की समीक्षा बैठक होगी। इसमें ऑपरेशन में शामिल तमाम अधिकारी मौजूद रहेंगे। बैठक में ऑपरेशन के अगले चरण के बारे में चर्चा की जाएगी।
राख के ढेर मिले, जली हुई हार्ड डिस्क मिली
हॉस्टल के कुछ स्थानों पर राख के ढेर मिले हैं। जली हालत में कंप्यूटर की हार्ड डिस्क मिली हैं। इन्हें देखकर लगता है कि डेरा प्रबंधन ने अहम दस्तावेजों और सबूतों को जलाकर नष्ट कर दिया है। ऑपरेशन के दौरान दो कमरों को सील भी किया गया है।
एके-47 राइफल की मैगजीन का एक बक्सा मिला
दूसरे दिन के तलाशी अभियान के दूसरे चरण में बेगू रोड स्थित छोटे डेरे को खंगाला गया। इस जगह पर एके-47 राइफल की मैगजीन का एक बक्सा मिला है। इससे साफ है कि डेरे में प्रतिबंधित आधुनिक हथियार काफी मात्रा में थे, जिन्हें ठिकाने लगा दिया गया है।
ऐसी बात सामने आई है कि डेरा प्रबंधन ने डेरा में मौजूद अवैध हथियारों को कई दिनों पहले कैंटर में डालकर बाहर भिजवा दिया। डेरे से एक ट्रक के निकलने की खबर अमर उजाला ने 30 अगस्त के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर में डेरा प्रबंधन की ओर से अहम सबूतों और हथियारों को ठिकाने लगाने की आशंका जाहिर की गई थी।
भारी मात्रा में मिले धारदार हथियार
सर्च ऑपरेशन में डेरे से काफी मात्रा में धारदार हथियार और लाठियां मिली हैं। धारदार हथियारों में गंडासे शामिल हैं। शाम को इन हथियारों और लाठियों को ट्रैक्टर ट्राली में लादकर डेरा से बाहर लाया गया। बताया जाता है कि हथियार व लाठियां डेरा अनुयायियों ने डेरा में जमा कर रखे थे, ताकि बडे़ पैमाने पर हिंसा को अंजाम दिया जा सके। प्रशासन की ओर से इस संबंध में कुछ भी नहीं बताया गया।
डेरे में खोल रखी थी बारूद की फैक्ट्री
सिरसा। सर्च ऑपरेशन के दौरान डेरा प्रमुख के बारूदी कारोबार का भी खुलासा हुआ है। डेरे के अंदर गुरमीत राम रहीम ने बारूद की फैक्टरी खोल रही थी। अधिकारियों को फैक्टरी में भारी मात्रा में संदिग्ध विस्फोटक और एक ट्रक पटाखों का मिला है। अधिकारी बारूद फैक्टरी को देखकर सन्न रह गए। इससे पहले किसी को भी नहीं पता था कि डेरा सच्चा सौदा में बारूद की फैक्टरी भी है। अधिकारियों ने संदिग्ध विस्फोटक पदार्थ और पटाखों से लदे ट्रक को कब्जे में लेकर सील कर दिया है।
गर्भपात के लिए इस्तेमाल होने वाली एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी) के मामले में भारी गड़बड़ियां मिली हैं। यह बात भी सामने आई कि डेरे में शरीर दान के संबंध में भी भारी अनियमितताएं की गई हैं। बिना अनुमति के चल रहे स्किन बैंक को सील कर दिया गया है।
कॉलेजों के भेजे जाने वाले शवों का रिकॉर्ड नहीं
उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने बताया कि शनिवार को सर्च के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डेरे के अस्पताल में चल रही गतिविधियों की जांच की। गड़बड़ी पाये जाने पर अस्पताल में चल रहे स्किन बैंक को सील कर दिया गया।
अस्पताल से जो शव शरीर दान के रूप में अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में भेजे जाते थे उनका कोई रिकार्ड मेंटेन नहीं किया जा रहा था। इसी तरह मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी एक्ट (एमटीपी) का भी पालन नहीं किया जा रहा था। डेरे में चल रही चार आरा मशीनों के भी दस्तावेज चेक किए गए, जिनमें से दो बिना लाइसेंस के चलती पाई गईं। इन दो आरा मशीनों को सील कर दिया गया है।
डेरा चीफ की गुफा की तीसरी मंजिल में फाइबर से बनी एक सुरंग मिली है। यह रास्ता मिट्टी डालकर बंद किया गया था। सुरंग के ऊपर भी मिट्टी डाली गई थी। यह सुरंग डेरा के किस भाग में जाती है इसकी जांच की जा रही है।
महिलाओं के अंडर गारमेंट्स मिले
वहीं, गुफा के कई आलीशान कमरों में महिलाओं के अंडर गारमेंट्स और विदेशी मेकअप प्रोडक्ट्स मिले हैं। सुबह से अधिकारी गुफा के आलीशान भवनों और उनमें रखे बेश कीमती सामान की जांच कर रहे थे। इसी दौरान फोरेंसिक टीम की नजर बड़ी-बड़ी खिड़कियों पर पड़ी। टीम को लगा खिड़कियों के पीछे कोई अलमारी होगी, लेकिन जैसे ही खिड़की खोली सभी हैरान रह गए।
इसके पीछे गुप्त रास्ते मिले। दोनों गुप्त रास्ते से होकर फोरेंसिक टीम आगे बढ़ी तो रास्ते का अंतिम छोर साध्वियों के आश्रम में जाकर खुला। साफ है कि गुफा के जिस राज की चर्चाएं हो रही हैं वह सच है। माना जा रहा है कि साध्वियों को इसी रास्ते से गुरमीत की गुफा में लाया जाता था।
सुरंग के ऊपर भी मिट्टी डाली गई थी। यह सुरंग डेरा के किस भाग में जाती है इसकी जांच की जा रही है। वहीं, गुफा के कई आलीशान कमरों में महिलाओं के अंडर गारमेंट्स और विदेश मेकअप प्रोडक्ट्स मिले हैं। सुबह से अधिकारी गुफा के आलीशान भवनों और उनमें रखे बेश कीमती सामान की जांच कर रहे थे। इसी दौरान फोरेंसिक टीम की नजर बड़ी-बड़ी खिड़कियों पर पड़ी।
टीम को लगा खिड़कियों के पीछे कोई अलमारी होगी, लेकिन जैसे ही खिड़की खोली सभी हैरान रह गए। इसके पीछे गुप्त रास्ते मिले। दोनों गुप्त रास्ते से होकर फोरेंसिक टीम आगे बढ़ी तो रास्ते का अंतिम छोर साध्वियों के आश्रम में जाकर खुला। साफ है कि गुफा के जिस राज की चर्चाएं हो रही हैं वह सच है। माना जा रहा है कि साध्वियों को इसी रास्ते से गुरमीत की गुफा में लाया जाता था।
डेरामुखी को रूसी किले का भी शौक
खुद को ईश्वर का दूत बताने वाले डेरामुखी को आकर्षक इमारतें बनाने का भी शौक था। सर्च टीम डेरे में इन इमारतों की बनावट को देखकर भी दंग रह गई। यहां सात सितारा एमएसजी रिसोर्ट, शॉपिंगमॉल, स्टेडियम, एक इंटरनेशनल स्कूल, अस्पताल, सिनेमा घर, फैक्ट्रियों के अलावा एफिल टॉवर, ताजमहल, रूस में बने क्रेमलिन (किले) और डिजनी वर्ल्ड जैसी इमारतों की प्रतिकृतियां डेरा परिसर में बनवाई गई हैं। इन सभी इमारतों पर डेरामुखी के आकर्षक चित्र भी मौजूद हैं।
जसमीत इंसां के शाही आवास से ये सब मिला
डेरा प्रमुख के पुत्र एवं डेरा की गद्दी के प्रबल दावेदार जसमीत इंसां के आवास को भी खंगाला गया। इस शाही आवास में घुसने के बाद चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई, लेकिन कोई भी आपत्तिजनक सामान या हथियार अंदर नहीं मिला। अंदर सिर्फ कीमती बेड, टेबल, सोफे, अलमारियां और कपडे़ आदि मिले हैं। अधिकारियों ने कीमती सामानों की लिस्ट बनाई है। आयकर विभाग की टीम भी अधिकारियों के साथ रही।
डेरा ले जाने के लिए घर आ धमकते थे डेरे के गुंडे
सोमबीर के गांव के अन्य डेरा अनुयायियों का कहना है कि डेरे में उनसे जबरन दान करवाया जाता था। अगर कोई अनुयायी डेरा से मुक्त होना चाहता तो राम रहीम के खासमखास माने जाने वाले कुछ अनुयायी उसके घर आ धमकते थे। यह लोग तब तक घर से नहीं जाते थे जब तक की अनुयायी डेरा चलने के लिए तैयार न हो जाए। बलकरा निवासी सोमबीर ने भी डेरा की प्रताड़ना से तंग आकर जाना बंद कर दिया था। इसके बाद सच्चा सौदा डेरा का उस पर दबाव और बढ़ गया। हार कर उसे डेरे की बात माननी पड़ी और अंत में मौत को गले लगाना पड़ना।
फिल्म बनाने के लिए जबरन ली आर्थिक मदद
सोमबीर की पत्नी चित्रात्रा देवी ने बताया कि गुरमीत ने एमएसजी फिल्म बनाने के लिए डेरा अनुयायियों को आर्थिक मदद देने के लिए बाध्य किया। राम रहीम ने सोमबीर से भी इस फिल्म के लिए करीब सवा पांच लाख रुपये जबरन लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म पर खर्च हुई राशि अनुयायियों पर दबाव बनाकर जबरन वसूली गई थी।
हिस्सेदारी के रुपये मांगने पर देता था जूते और कड़े
सोमबीर के घर में ‘परमार्थ’ के बाद डेरा प्रमुख की ओर से दी गई कुछ वस्तुएं अब भी रखी हैं। परिजनों ने कुछ सामान उठाकर बाहर फेंक दिया है। चित्रा देवी ने बताया कि 12 एकड़ जमीन ‘परमार्थ’ में देने के बाद डेरा प्रमुख ने उन्हें एक सिंहासन और एक जोड़ी कड़े दिए। उन्होंने बताया कि इस 12 एकड़ जमीन के बदले उन्हें इन दो चीजों के अलावा एक जोड़ी जूता और राम रहीम की दो फोटो दी गई। जब परिजनों ने डेरा प्रमुख के पास जाकर जमीन वापस देने की मांग की तो उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया।