अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि चीन के प्रति उनके रुख में कोई तब्दीली नहीं आई है। उन्होंने कहा वह चीन के साथ कतई वार्ता नहीं करेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप ने एरिजोना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘चीन के कृत्य को कभी माफ नहीं किया जा सकता। चीन ने दुनिया का संकट में डाला है। यह अकल्पनीय है। मैं अभी उनसे बात नहीं करना चाहता।’ ट्रंप ने कहा कि मैंने चीन के साथ बातचीत रद कर दी है।
ट्रंप ने हर मंच से किया चीन की मुखालफत
गौरतलब है कि पिछले कुछ हफ्तों से राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन के प्रति कड़ा रुख अपना रखा है। ट्रंप अपने हर संबोधन में चीन की मुखालफत करते रहे हैं। वह चीन को पूरी दुनिया का दुश्मन ठहराते हैं। कोरोना वायर के प्रसार के लिए वह पहले से चीन को दोषी मानते रहे हैं। इसके लिए उन्होंने रह मंच पर चीन को दोषी ठहराया है। ट्रंप की स्पष्ट मान्यता है कि चीन ने जानबूझ कर पूरी दुनिया को कोरोना वायरस की ढकेला है। ट्रंप कह चुके हैं कि यदि चीन ने कोरोना वायरस की जानकारी साझा की होती तो इसका प्रसार दुनिया में नहीं होता।
चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लेकर चरम पर पहुंचा तनाव
कोरोना वायरस के बाद चीन की भारत प्रशांत क्षेत्र में आक्रामकता और हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कारण दोनों देशों के बीच संबंध और तल्ख हो गए। चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के बाद दोनों देशों की बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए। तमाम अंतरारष्ट्रीय विरोध के बावजूद चीन ने हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया। अमेरिका में चीन की वीडियो शेयरिंग ऐप टिककोक और ई कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अलीबाबा सहित अने कंपनियों पर प्रतिबंधों की पहल हुई। 17 अगस्त को उन्होंने संकेत दिया कि वह टीकटोक की मूल कंपनी बाइटडांस संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न कर सकते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा मेरे पास विश्वसनीय सबूत हैं, जो मुझे यह विश्वास दिलाते हैं।
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