तमिलनाडु को बनवारीलाल पुरोहित के रूप में राज्य का नया गवर्नर मिल गया है। उन्होंने शुक्रवार को गवर्नर पद की शपथ ले ली है और जल्द ही वे अपनी कमान संभाल लेंगे। पुरोहित ने उस वक्त पद संभाला है जब तमिलनाडु की राजनीति में उठा-पटक जारी है और राज्य में सरकार बनाने को लेकर फ्लोर टेस्ट की लगातार मांग हो रही है। जेल में गुमसुम बाबा की ‘हनी’, पुलिस के सवालों पर साधे रही चुप्पी!
सत्तारुढ़ अन्नाद्रमुक में जारी घमासान के बीच पुरोहित की नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार का विरोध कर रहा दिनाकरन ग्रुप अब दोबारा नए गवर्नर के सामने फ्लोर टेस्ट की मांग पर जोर दे सकता है। बता दें कि सरकार ने महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर राव को आज विदाई दी, जो पिछले वर्ष से तमिलनाडु का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे। पुरोहित आज भारी बारिश के बीच महानगर पहुंचे।
पुरोहित को विदर्भ क्षेत्र का बड़ा नेता माना जाता रहा है। यहां से वह कई बार सांसद रहे हैं। खास बात है कि भाजपा से पहले वह यहां से कांग्रेस की टिकट पर भी सांसद रह चुके हैं। महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार में दो बार मंत्री भी रह चुके हैं। माना जाता है कि राम मंदिर आंदोलन के दौर में उनका झुकाव भाजपा के प्रति बढ़ा, जिसके बाद कांग्रेस छोड़कर उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। साथ ही वे असम के राज्यपाल भी रह चुके हैं।