इस बार 1111 वर्ग मीटर की चादर शाहजहां के उर्स में वह पेश करेंगे, लेकिन एएसआई अधिकारी दक्षिणी गेट से प्रवेश की अनुमति नहीं दे रहे हैं। परंपरा का उल्लंघन किया जा रहा है, इससे उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है। ताजमहल के दक्षिणी गेट को जनवरी में बंद करने के बाद से ही स्थानीय लोग गेट खोलने की मांग कर रहे हैं।
उर्स के दौरान तीनों दिन और 16 मई से शुरू हो रहे रमजान में दक्षिणी गेट खोलने की मंाग की गई है। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक रमजान में रात की नमाज के दौरान दक्षिणी गेट से ही स्थानीय लोग प्रवेश करते रहे हैं। इस बार भी उसे खोला जाए। शुक्रवार को नमाज के बाद वह प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।