इंडिया टुडे माइंड रॉक्स 2018 में मनमर्जियां में शानदार भूमिका निभाकर लोगों की चर्चा में आई तापसी पन्नू का सेशन झन्नाटेदार रहा. सेशन में बातचीत के दौरान उन्होंने बेबाकी से अपनी बात रखी. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, “मैं पैदाइशी स्टार हूं. लोग अब पहचान रहे हैं.” हालांकि उन्होंने यह भी कहा, “पहले मुझे लगता था इंडस्ट्री में अभी और अच्छे काम और हिट्स की जरूरत है.”
तापसी ने बेबाकी से अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी “मनमर्जियां” को “हम दिल दे चुके सनम” और “देव डी” का आधुनिक वर्जन मानने से इनकार कर दिया. तापसी ने कहा, “दोनों अपनी जगह ठीक थीं. लेकिन दो पुरुषों के बीच एक महिला के प्रेम त्रिकोण का मतलब यह नहीं कि ये उन फिल्मों का आधुनिक वर्जन है.”
उन्होंने कहा, “मनमर्जियां की रूमी बेचारी नहीं है. यह रूमी निर्धारित करती है कि उसे क्या करना है और क्या नहीं. उसे किसके साथ रहना है किसके साथ नहीं. इतनी तारीफ़ मिल रही है कि उसे संभाल नहीं पा रही हूं.” बेबी, नाम शबाना, जुड़वां और मुल्क जैसी फिल्में करने को लेकर तापसी ने कहा, “रिस्क लेना पड़ता है. रिस्क से ही किक मिलती है.”
मनमर्जियां की स्क्रिप्ट देखकर कैसा लगा था?
तापसी ने बताया, “स्क्रिप्ट देखकर मैंने अपने किरदार को समझ लिया था. मुझे लगता था कि इस लड़की को कोई कैसे पसंद करेगा. ये मेरे लिए चुनौती थी. मनमर्जियां रिलीज के बाद के बाद रिव्यूज देखा. टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में इसे स्टैंडिंग ओवेशन मिला. शबाना और इंडस्ट्री के दूसरे लोग मेरे किरदार की तारीफ़ कर रहे हैं.”
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