कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में तीन साल से गूंगा बनकर रहने वाले नौकर ने मालिक की पीट पीटकर हत्या कर दी और बचाने आए पड़ोसी को भी मरणासन्न कर दिया। घटना के बाद ग्रामीणों ने जब उसे पीटा तो वह अचानक बोलने लगा, उसे बोलते देखकर ग्रामीण भी सन्न रह गए। पुलिस ने आरोपित नौकर को हिरासत में लेकर छानबीन शुरू की है। वहीं ग्रामीण भी नौकर के अचानक बोलने लगने और हत्या की वजह के रहस्य को लेकर अचरज में हैं।
कोतवाली क्षेत्र के गांव भूड़ा में 43 वर्षीय संतोष कुमार के घर पर धर्मेंद्र नाम का नौकर करीब तीन साल से रह रहा था, वह गूंगा होने के कारण कभी किसी से बोलता नहीं था। ग्रामीणों ने आजतक कभी उसे किसी से बात करते नहीं देखा था। शुक्रवार की रात संतोष कुमार दरवाजे पर और पास में ही पड़ोसी के घर आए रिश्तेदार कानपुर देहात बरौली निवासी 75 वर्षीय प्रताप सिंह भी सो रहे थे। रात में करीब 11:30 बजे धर्मेंद्र ने अचानक संतोष पर मुगरी से प्रहर करना शुरू कर दिए, शोर सुनकर जागे प्रताप ने बीच बचाव का प्रयास किया तो उनपर भी नौकर ने जानलेवा हमला कर दिया।
चीख सुनकर स्वजन और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और दोनों घायलों को सराय प्रयाग स्थित निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। चिकित्सक ने संतोष कुमार को रेफर कर दिया तो आगरा अस्पताल ले जाते समय रास्ते में रात करीब दो बजे उनकी मौत हो गई। वहीं प्रताप सिंह को कानपुर रेफर कर दिया गया है। सराय प्रयाग चौकी प्रभारी पंकज यादव ने आरोपी युवक धर्मेंद्र कुमार को हिरासत में लिया है।
शनिवार की सुबह कोतवाली प्रभारी टीपी वर्मा उपनिरीक्षक पंकज यादव ने गांव पहुंचकर घटना की पड़ताल की। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपित धर्मेंद्र तीन साल से संतोष के घर पर नौकर है। वह कभी बोलता नहीं था और इशारे में लोगों से बात किया करता था। हत्या के बाद ग्रामीणों ने जब उसे पीटा तो वह बोलने लगा। उसने ग्रामीणों से न पीटने की गुहार लगाई। हालांकि हत्या का कारण किसी को नहीं बताया। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पत्नी गोमती देवी की तहरीर पर नौकर धर्मेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल थाने में आरोपित से पूछताछ का प्रयास किया लेकिन वह बोल नहीं रहा है।