दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाजों के प्रहार से बुरी तरह कराह रहे टीम इंडिया के बल्लेबाज पहले दो मैच में कुछ खासा प्रदर्शन नहीं कर पाए। इसलिए सैनी और ठाकुर को बुलाया गया, क्योंकि दोनों गेंदबाजों के गेंदों में तेजी भी है और दोनों उछाल भी पैदा कर सकते हैं।
सैनी ने रणजी ट्रॉफी में 30 से ज्यादा विकेट लिए। सेमीफाइनल में उन्होंने बंगाल की बल्लेबाजी को तहस नहस करने में अहम भूमिका निभाई थी।
बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ये दोनों ही गेंदबाज आउट स्विंग भी बखूबी करा लेते हैं। टीम मैनेजमेंट को नेट पर प्रैक्टिस के लिए ऐसे ही गेंदबाजों की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर टीम मैनेजमेंट ने इन दोनों की डिमांड की है। दोनों गेंदबाजों को रोटेशन और फ्यूचर एक्सपेरिमेंट को देखकर किया गया है।