ब्लैक को व्हाईट करने वालों के लिए एक और बहुत बुरी खबर है! अगर वो काले धन को वैध करने के बारे में सोच भी रहे हैं तो यहीं रुक जाएँ, क्योंकि वो अब अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पायेंगे! काले धन को सफेद करने वालों को रोकने के लिए सरकार ने एक अहम फैसला लिया है और ये काफी रोचक भी है! केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि जो लोग बैंक शाखाओं में नकदी का आदान-प्रदान कर रहे हैं, उनकी ऊँगली पर चुनाव में इस्तेमाल होने वाली अमिट सियाही का इस्तेमाल किया जाएगा! ताकि वो बार-बार बैंक में पैसों का आदान-प्रदान न कर सके ! अब देखते हैं कैसे ये बैंक में कमीशन लेकर पैसे जमा कराते हैं!
बैंक शाखाओं के बाहर जमा भीड़ और लोगों को कैश के लिए घंटों इंतज़ार करते देख कर भी, सरकार ने यह फैसला लेना ज़रूरी समझा! सुनने में यह भी आ रहा था कि आम आदमी पार्टी के बहुत से कार्यकर्त्ता, समस्या को विकराल रूप देने के लिए, हर रोज़ सुबह, जाकर ATM मशीनों व बैंकों के आगे लाइन में लग रहे हैं! खैर!
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने आज सुबह घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम उन रिपोर्टों के आधार पर लिया गया है, जिसमें लोगों ने शिकायत की है कि कई लोग ब्लैक मनी को व्हाईट करने के चक्कर में कई बार बैंक के चक्कर लगा रहे थे! इससे बाकि लोगों को भी बहुत परेशानी का सामना कर पड़ रहा था!
इस समस्या का हल निकालने के लिए, बैंक के कैश काउंटर में इलेक्शन इंक जैसी अमिट सियाही का इस्तेमाल करने का फैसला लिया गया! इलेक्शन इंक लगाने से उपभोग्ता के आदान-प्रदान को मॉनिटर किया जा सकेगा! और एक ही व्यक्ति बार-बार अलग बैंक जा कर पैसों का लेन-देन नहीं कर पाएगा!
सरकार के इस जबरदस्त फैसले ने एक बार फिर अपने काले धन को व्हाईट करने वालों की कोशिशों पर पानी फेर दिया है! इस बार तो सरकार ने ऐसा दाव खेला है कि काले धंधे करने वालों के लिए अब सारे रास्ते बंद हो गए हैं! इन्हें लगा था कि ये अपने काले धन को सफेद करने का कोई न कोई तरीका निकाल ही लेंगे, लेकिन मोदी जी ने ऐसा पासा फेंका कि इनकी बाज़ी शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई!
सरकार ने जनता को धीरज रखने और अफवाहों पर विश्वास नहीं करने की भी अपील की है! हालात काबू में हैं और आने वाले दिनों में हालात और बेहतर हो जायेंगे! बस कुछ समय के लिए सरकार का साथ दें!