बेनामी संपत्ति के आरोपों का सामना कर रहे तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। JDU के बिहार ईकाई के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और सचिव संजय झा ने कहा कि तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए कि उन पर देश के विभिन्न हिस्सों में संपत्ति का मामला कैसे बना। वहीं RJD का कहना है कि ये आरोप सांप्रदायिक भाजपा की ओर से लगाये गये हैं इसलिए इन आरोपों पर बहुत सफाई देने की जरूरत नहीं है।उपराष्ट्रपति चुनाव: BJP अध्यक्ष शाह ने संघ से लगवाई मोदी की पसंद पर मुहर…
वरिष्ठ नारायण ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं और भ्रष्टाचार पर जेडीयू का पक्ष स्पष्ट है। पार्टी चाहती है कि तेजस्वी खुद पर लगे आरोपों पर स्पष्ट जवाब दें। सिंह ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार सही समय पर फैसला लेंगे, उन्होंने बताया कि जेडीयू ने तेजस्वी के इस्तीफे की मांग नहीं की थी।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अगर तेजस्वी यादव को बर्खास्त किया जाता है तो RJD के सभी मंत्री इस्तीफा देंगे, लेकिन ऐसा करने के बाद भी RJD नीतीश सरकार से समर्थन वापस नहीं लेगी। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक RJD इसलिए JDU का समर्थन करेगी ताकि वो बीजेपी से न जुड़ जाये। दूसरी तरफ RJD भी ऐसे नाजुक मौके पर सरकार से अलग नहीं होना चाहेगी जब लालू परिवार पर कई जांचों की तलवार लटकी है।
वहीं नीतीश के राजनीतिक सहयोगियों का कहना है कि भ्रष्टाचार और बेनामी संपत्ति रखने वालों के खिलाफ नीतीश हमेशा कड़ी कार्रवाई की मांग करते थे और सार्वजनिक रूप से भ्रष्टाचार पर प्रभावी कदम उठाने की बात करते थे लेकिन तेजस्वी यादव पर कैसे चुप रह सकते हैं।
तेजस्वी यादव की बढ़ी मुश्किलें
तेजस्वी पर लगे आरोपों ने RJD के लिए गतिरोध बढ़ा दिया है, वहीं JDU से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि तेजस्वी अगले हफ्ते तक सीबीआई के आरोपों का जवाब देंगे। राजद लगातार बीजेपी पर साजिश रचने का आरोप लगा रही है ,उनका कहना है कि 27 अगस्त को होने वाली रैली में तेजस्वी सारे आरोपों का जवाब देंगे।
RJD से जुडे़ सूत्रों ने बताया कि 27 अगस्त को होने वाली महारैली तेजस्वी को जवाब देने के लिए बड़ा मंच देगी। इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी, सपा से अखिलेश यादव और बसपा से मायावती शामिल होंगी। वहीं नीतीश कुमार भी इस रैली में शामिल होंगे। गौरतलब है कि CBI ने 5 जुलाई को तेजस्वी पर बेनामी संपत्ति मामले में FIR दर्ज की थी। वहीं CBI के सूत्रों ने दावा किया कि तेजस्वी के खिलाफ एक बहुत मजबूत मामला सामने आया है, जिसमें ईडी अपनी जांच शुरू करने वाला है। ये मामला संपत्ति से जुड़ा हो सकता है।