क्रिकेट के मैदान से राजनीति में आए बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ‘कवि’ बन गए हैं। तेजस्वी इन दिनों नीतीश पर लगातार निशाना साध रहे हैं और अब कविता लिखकर उनसे बिहार के सवालों का जवाब मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों समीक्षा यात्रा पर है जिसमें वो अपनी सरकार के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने तीन कविताएं लिखी हैं और इनके जरिए बिहार सरकार और नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है। तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्हें और सुशील मोदी को दुर्योधन और दु:शासन कह डाला। तेजस्वी यादव ने इन कविताओं के जरिए बिहार सरकार और नीतीश कुमार पर निशाना साधकर नई बहस को जन्म दे दिया है।
अपनी दूसरी कविता में तेजस्वी यादव ने बांध घोटाला और शौचालय घोटाला का जिक्र करते हुए बिहार में हो रहे घोटालों और गरीबों की स्थिति पर सवाल किया है। तेजस्वी यादव ने लिखा है कि, ‘टूटते बांध लूटते खजाने, पूछो तो कहते रामजाने, भूखे को रोटी ना गरीब को खाना, सत्ताधारी पार्टी तो छोड़े ना पैखाना, घोटालों की ना फिक्र,खाए मखाना, सड़क ना पानी कराते बदजुबानी, पूछो सवाल तो सुनाते कहानी, किसी की नही,अपनी सुनानी, युवा है बेहाल, बेरोजगार जवानी, झांसाकुमार जवाब दो।’