सीरीज का दूसरा वनडे कटक के बाराबाती स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में भी जमकर रन बसरने की उम्मीद है, मगर कुछ जानकारों और स्टेडियम के पिच क्यूरेटर की मानें तो मैच का नतीजा पहले से ही दुनिया के सामने हैं।
पिच क्यूरेटर के अनुसार जो टीम लक्ष्य का पीछा करेगी, उसका जीत पाना लगभग तय है। कटक की इस पिच पर लक्ष्य को बचा पाना टेढ़ी खीर नजर आ रहा है। इस बारे में क्यूरेटर के तर्क से ज्यादाकर क्रिकेट पंडित इत्तेफाक रखते नजर आएंगे।
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है ओस। इस मौसम में पिच पर करीब शाम 5.30 बजे से ही ओस गिरने लगेगी, जिससे गेंद स्किट होकर बल्ले पर आएगी और शॉट खेलना आसान होगा। साथ ही गिली बॉल को ग्रिप करना या टर्न कराना भी मुश्किल हो जाता है।
भारत और इंग्लैंड की टीमें बुधवार को ही कटक पहुंचेंगी और इस मैच से पहले परिस्थितियों को समझने के लिए काफी कम समय होगा। ऐसे में इस बात का अंदाजा पहले से ही लगाया जा रहा है कि जो कप्तान टॉस जीतेगा, वो पहले गेंदबाजी ही चुनेगा।
हालांकि क्यूरेटर ने कहा है कि मैदान की घास की लंबाई काटकर 8 से 6 मिलीमीटर कर दी गई है। इस पिच पर कितने रन बनेंगे इस बारे में कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता, मगर यह पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल बताई जा रही है।
आखिरी बार यहां वनडे नवंबर 2014 में खेला गया था, जिसमें भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 5 विकेट खोकर 363 रनों का पहाड़ खड़ा किया था और श्रीलंका को 169 रनों से मात देकर क्लीन स्वीप का नींव रखी थी। सीरीज का आखिरी मैच 22 जनवरी को कोलकाता के ईडन गार्डंस में खेला जाएगा।