पुराने स्मार्टफोन्स स्लो होते हैं ये एक आम धारणा है. इसके पीछे की वजहें कई होते हैं. लेकिन पुराने iPhone स्लो होने की वजह जो ऐपल ने बताई है वो आपके लिए चौंकाने वाली हो सकती है. कंपनी ने कहा है कि पिछले साल iPhone के लिए सॉफ्टवेयर जारी किया गया था जिससे फोन की ऑपरेटिंग धीमी की जा सके.कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं तो ये शॉर्टकट आपको पता होने ही चाहिए…
अगर आपका iPhone पुराना है और धीरे धीरे स्लो हो रहा है तो ये समझें कि यह कंपनी ही ऐसा कर रही है. कंपनी ने एक तरह से यह साफ किया है पुराने iPhone की लाइफ बढ़ाने के लिए परफॉर्मेंस थोड़ा कम किया जाता है. इनमें फिलहाल iPhone 7, 6, 6s और SE जैसे स्मार्टफोन्स शामिल हैं.
पुराने iPhone को स्लो करने के मामले पर ऐपल ने टेक क्रंच से कहा है, ‘हमारा मकसद अपने कस्टमर्स को बेस्ट एक्सपीरिएंस देना है जिसमें ओवरऑल परफॉर्मेंस और डिवाइस की लाइफ शामिल है. लिथियम आयन बैटरियां ठंढे कंडीशन में पीक करंट देने में कम योग्य होती हैं, पुराने के होने के साथ बैटरी चार्जिंग कम हो जाती है जिसकी वजह से डिवाइस खुद से ही शटडाउन होते हैं ताकि मोबाइल के कॉम्पोनेट्स को सुरक्षित रखा जा सके’
ऐपल का यह बयान हाल ही में आई एक रिपोर्ट के बाद या है जो प्रिमेटल लैब्स की तरफ से था. आपको बता दें कि इसी कंपनी का एक सॉफ्टवेयर है गीकबेंज जो स्मार्टफोन बेंचमार्क में पॉपुलर है. इस रिपोर्ट में इसके फाउंडर ने कहा था कि बैटरी की क्षमता कम होने की वजह से iPhone स्लो होता है और परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है.
गौरतलब है कि यह विवाद और लोगों की शिकायत पहले भी रही है कि नए iPhone आने के बाद पुराने iPhone की परफॉर्मेंस स्लो हो जाती हैं. आरोप ये भी लगते हैं कि कंपनी ऐसा इसलिए करती है क्योंकि लोग इससे प्रभावित हो कर नया iPhone खरीद सकें.