भारत का पासपोर्ट. जुबान पर ये शब्द आते ही आंखों के सामने आता है नीले रंग का पासपोर्ट. पर बहुत जल्द ये तस्वीर बदलने वाली है. अब पासपोर्ट भारत का ही होगा पर रंग नारंगी होगा. आइए, हम आपको समझाते हैं कि सरकार क्यों इस रंग का पासपोर्ट लाने जा रही है.
पासपोर्ट में क्या बदलाव ला रही है सरकार? : सरकार ने फैसला लिया है कि पासपोर्ट के आखिरी पेज को अब प्रिंट नहीं किया जाएगा. बता दें कि इस पेज पर पासपोर्ट होल्डर के पिता का नाम, माता या पत्नी का नाम, पता, इमिग्रेशन चेक रिक्वायर्ड (ECR) की जानकारी होती है. साथ ही पुराने पासपोर्ट का नंबर और जहां से जारी हुआ है उस स्थान का नाम होता है. चूंकि अब पासपोर्ट में आखिरी पन्ना नहीं होगा तो अब जो ECR के दायरे में आएंगे उन्हें नारंगी रंग वाले कवर का पासपोर्ट दिया जाएगा.
सरकार ऐसा क्यों कर रही है? : सरकार ने एक कमेटी का सुझाव का मान कर ऐसा करने का फैसला लिया है. तीन सदस्यों वाली इस कमेटी में विदेश मंत्रालय और महिला व बाल विकास मंत्रालय के प्रतिनिधि थे. इसमें कहा गया था कि ऐसी व्यवस्था हो, जहां माता या बच्चों को पासपोर्ट पर पिता का नाम लिखने के लिए बाध्य न किया जाए. सिंगल पैरेंट या गोद लिए हुए बच्चों को भी ऐसा न करना पड़े. इसे ध्यान में रखते हुए सरकार इन जानकारियों को पासपोर्ट से हटा रही है.
यह कब से लागू होगा? इसके लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है. पर प्रिंट के आदेश इंडियन सिक्युरिटी प्रेस, नासिक को दे दिए गए हैं. यहां नए रंग पर नई डिजाइन तैयार की जाएगी.
जब तक नई बुकलेट डिजाइन होती है तब तक मौजूदा पासपोर्ट आखिरी पेज के साथ जारी रहेगा. इसके अलावा भी आपके हाथ में मौजूद पासपोर्ट तब तक वैध रहेगा, जब तक कि इसकी वैधता होगी.
ECR क्या होता है? : इमिग्रेशन एक्ट, 1983 के मुताबिक, भारतीय पासपोर्ट की कुछ कैटेगरियों को प्रोटेक्टर ऑफ इमिग्रेशन (POE) से इमिग्रेशन क्लियरेंस की जरूरत होती है. इस सूरत में प्रत्येक पासपोर्ट दो कैटेगरी में बंटा होता है- ECR की जरूरत है या ECR की जरूरत नहीं है. कानून के मुताबिक, इमिग्रेशन या प्रवास का मतलब है कि वह भारतीय नागरिक किसी दूसरे देश में रहने या रोजगार के लिए जा रहा है.
ECNR के लिए कौन क्वालिफाई है? 14 ऐसी कैटेगरियों के नागरिक हैं, जो अपनेआप ECNR के लिए क्वालीफाई हो जाते हैं. इसमें सभी टैक्स पेयर्स, 18 साल या 50 साल की उम्र का शख्स और जो दसवीं पास हैं. ये सब अपने आप क्वालीफाई हैं. ECR स्टेटस विदेश में अपने कम शिक्षित या अनस्कील्ड नागरिक की सुरक्षा आदि के लिए है.
नारंगी रंग के पासपोर्ट की क्यों हो रही आलोचना? इस कदम का विरोध करने वालों का कहना है कि नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी कर सरकार सामाजिक और आर्थिक आधार पर भेदभाव कर रही है. खासकर खाड़ी देशों में काम के लिए जाने वाले भारतीय नागरिकों को सेकेंड क्लास सिटिजन के तौर पर देखा जाएगा. नए नेवी ब्लू रंग वाले पासपोर्ट को भी फिर से डिजाइन करने की योजना है.
पासपोर्ट से आखिरी पन्ना हटाने का क्या पड़ेगा असर? पासपोर्ट का आखिरी पन्ना हटाने का असर ये हो सकता है कि यह अब बतौर एड्रेस प्रूफ कागजात यूज नहीं हो पाएगा.