नई दिल्ली। बीसीसीआइ की चयन समिति 6-18 मार्च के बीच श्रीलंका में होने वाली टी-20 त्रिकोणीय सीरीज के लिए बायें हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना को टीम इंडिया में बरकरार रख सकती है क्योंकि भारतीय कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री अगले साल इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप से पहले इस बल्लेबाज को ज्यादा से ज्यादा मौके देना चाहते हैं। एमएसके प्रसाद के नेतृत्व वाली बीसीसीआइ की चयनसमिति इसी सप्ताह टीम चुनने के लिए बैठक करेगी। इस सीरीज में मेजबान श्रीलंका और भारत के अलावा बांग्लादेशी टीम भाग लेगी।
फिर रैना भाए : भारत के लिए 18 टेस्ट, 223 वनडे और 67 टी-20 खेलने वाले उत्तर प्रदेश के बायें हाथ के बल्लेबाज रैना को एक साल बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में मौका मिला है। पिछला साल उनके लिए काफी निराशाजनक रहा। यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण उनका टीम में चयन नहीं हुआ। घरेलू मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा लेकिन इस सत्र में उन्होंने दमदार वापसी की। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनके शतक मारने के बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम इंडिया में जगह दी। वह दो टी-20 मुकाबलों में 15 और 31 रनों की पारी खेली। वह लय में दिख रहे हैं और जल्द ही बड़ी पारी खेल सकते हैं।
बढ़ा विश्वास : टीम सूत्रों का कहना है कि विराट पिछले डेढ़ साल से वनडे में चौथे नंबर के बल्लेबाज की तलाश कर रहे हैं। इस क्रम में आधा दर्जन से ज्यादा खिलाडिय़ों को आजमाया जा चुका है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में अजिंक्य रहाणे को चौथे नंबर पर उतारा गया और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन भी किया लेकिन टीम को मध्यक्रम में एक बायें हाथ के बल्लेबाज की जरूरत है। सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय टीम में सिर्फ ओपनर शिखर धवन ही बायें हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। ऐसे में अगले साल इंग्लैंड में होने वाले वनडे विश्व कप से पहले टीम प्रबंधन रैना को ज्यादा से ज्यादा मौके देना चाहता है।
आइपीएल से पहले आराम : भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टी-20 मुकाबला शनिवार को खेलना है। इसके बाद टीम भारत लौट आएगी। भारत लौटने के एक सप्ताह के अंतर में ही उसे श्रीलंका रवाना होगा। ऐसे में कुछ खिलाडिय़ों को आराम देकर नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। चयनसमिति की बैठक भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह के अलावा भारतीय कप्तान विराट कोहली को भी आराम देने पर भी चर्चा होगी। श्रीलंका में त्रिकोणीय सीरीज छह से 18 मार्च तक चलेगी। इसके बाद सात अप्रैल से इंडियन प्रीमियर लीग शुरू हो जाएगी। मार्च के आखिर में ही आइपीएल की फ्रेंचाइजी अपने कैंप लगाएंगी। इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए ही त्रिकोणीय सीरीज के लिए टीम का चयन किया जाएगा।