मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में दहेज में कार नहीं लाने पर तेजाब पिलाए जाने से जख्मी महिला की हालत अब बिगड़ती चली जा रही है। मिली जानकारी के तहत अब उसे ब्लड की जरूरत है, लेकिन दिल्ली में ब्लड भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में उसे बचाने के लिए डॉक्टर ऑपरेशन कर आखिरी कोशिश करने के बारे में कह रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है अगर ऑपरेशन सफल रहता है, तो बचने की संभावना बढ़ जाएगी। मिली खबरों के अनुसार इस मामले में पुलिस ने अभी तक पीड़िता के पति, भाभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन ननद अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
जी दरअसल यह घटना घाटीगांव सिमरिया की रहने वाली शशि जाटव के साथ हुई है। शशि की शादी बीते अप्रैल की 17 तारीख को डबरा के रामगढ़ के रहने वाले वीरेन्द्र कुमार जाटव के साथ हुई थी। शादी में शशि के मायके वालों ने 10 लाख रुपए तक खर्च किए थे। शादी के दौरान लॉकडाउन लगने के बाद भी आरोपी पति को नई कार खरीदनी थी। कार लेने में 3 लाख रुपए कम पड़ रहे थे तो आरोपी ने पत्नी शशि को मायके से रुपए लाने के लिए कहा।
शशि ने जब मना किया तो पति ने उसको जबरदस्ती एसिड पिला दिया। एसिड पीते ही महिला के गले में जलन मच गई और उसके बाद उसे तत्काल ग्वालियर में एडमिट कराया गया। हालाँकि उसकी हालत गंभीर होने के चलते उसे दिल्ली रेफर किया गया। यह सब होने के बाद डबरा थाना में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया गया था। अब इस मामले में सब गिरफ्तार हो चुके हैं लेकिन पीड़िता की ननद की गिरफ्तारी बाकी रह गई है। वहीं इस मामले में जांच अधिकारी एएसआई को निलंबित करने के बाद थाना प्रभारी को भी हटा दिया गया है।