दादरी में अखलाक की हत्या के आरोपी रवि की जेल में हुई मौत के बाद बिसाहड़ा गाँव में तनाव की स्थिति बन गई है। एक तरफ जहाँ रवि के परिवार वालों ने उसके शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है वहीँ दूसरी तरफ कुछ लोग रवि की मौत पर अपनी सियासी रोटियां सकने में लगे हुए हैं। बिसाहड़ा में हत्या के आरोपी रवि के शव को तिरंगे में लपेटा गया है।

मृतक रवि के परिजन जेलर व अखलाक के भाई के खिलाफ कार्रवाई
की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही एक करोड़ रुपए का मुआवजा और रवि की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने अन्य आरोपियों के लिए मेडिकल सुविधा मुहैया कराए जाने की भी मांग की है।
वहीँ दूसरी ओर कुछ लोगो द्वारा बिसाहड़ा में रवि के शव को तिरंगे में लपेटकर सांप्रदायिक भाषणों के ज़रिए गाँव की फिज़ा बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
अपने नफरती भाषणों को राजनीतिक रंग देते हुए मुस्लिमों के खिलाफ ज़हर उगला जा रहा है। भाषण देने वाले एक शख्स का कहना है कि “हम इसका बदला लेकर रहेंगे हिंदुओं ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं, इन मुल्लों को जड़ से उखाड़ फैकेंगे।”
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा पुलिस को अब तक गोकशी मामले में प्रामाणिक सबूत नहीं मिले हैं। 27 सितंबर को पुलिस ने कहा था कि उन्हें अभी तक अखलाक के परिवार द्वारा गोकशी करने का कोई प्रामाणिक सबूत नहीं मिला है।
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