भाजपा में नेताओं को सरकार में एडजस्ट करने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। दायित्व पाने के लिए संगठन को अब तक 155 से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जल्द ही समर्पित कार्यकर्ताओं को इनाम दे सकते हैं। विभिन्न आयोग, निगम और परिषदों में संवैधानिक पदों को छोड़कर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के लगभग एक साल से पद खाली चल रहे हैं।

पांच दिन पहले मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड वन विकास निगम अध्यक्ष के पद पर चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को जिम्मेदारी सौंपी। गहतोड़ी को सीएम के लिए विधायकी की सीट छोड़ने के रूप में यह इनाम दिया गया। इसके बाद अब दायित्वों के आवंटन को लेकर सुगबुगाहट बढ़ गई है।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता भी दायित्वों की दौड़ में हैं। इनमें कुछ ऐसे नेताओं को दायित्व मिलने तय हैं, जिन्होंने विधान सभा चुनाव में समपर्ति होकर काम किया। सूत्रों ने बताया कि कुछ ऐसे पूर्व विधायकों की भी किस्मत खुल सकती है, जिन्होंने टिकट कटने के बाद अनुशासन दिखाया और विधानसभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में गंभीरता से काम किया।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि दायित्वों को लेकर संगठन को अब तक 155 से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं। दायित्व बंटवारे से पहले पार्टी हाईकमान से भी बात की जाएगी। साथ, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की राय भी ली जाएगी।
निष्ठावान व युवाओं को तरजीह
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी दायित्वों में निष्ठावान और युवा कार्यकर्ताओं को तरजीह दे सकते हैं। सीएम धामी पहले ही संकेत दे चुके हैं कि पार्टी के लिए समर्पित रहे कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान दिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि पार्टी में युवा नेतृत्व उभारने के लिए मुख्यमंत्री युवाओं को ज्यादा से ज्यादा तरजीह दे सकते हैं, जिससे संगठन को भविष्य में और मजबूती दिलाई जा सके।
आशा हो सकती हैं मोर्चा अध्यक्ष
केदारनाथ की पूर्व विधायक आशा नौटियाल को भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष की कमान मिल सकती हैं। आशा वर्ष 2007 में विधायक रह चुके हैं। हाल ही संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में आशा केदारनाथ से टिकट की दौड़ में थी लेकिन पार्टी ने वर्ष 2016 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुई शैला रानी रावत को टिकट दिया था।
शैला ने काफी अंतर से जीत भी दर्ज की। मोर्चा अध्यक्ष व कोटद्वार की विधायक ऋतु खंडूड़ी के स्पीकर बनने के बाद से यह पद खाली है। पार्टी पूर्व विधायक आशा को मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी एडजस्ट कर सकती है।
संगठन स्तर पर दायित्वों को लेकर दो-तीन बैठकें हो चुकी हैं। एक बार फिर संगठनस्तर पर राय मशविरा होगा। इसके बाद ही मुख्यमंत्री के साथ चर्चा होगी। उम्मीद है कि अगले 10-12 दिन के भीतर इस पर फैसला हो जाएगा।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features