-अगर आप दाल में सिर्फ जीरे का तड़का लगाती हैं, तो अब दाल में बारीक कटा हरा धनिया और थोड़ा घी भी मिलाएं। दाल का स्वाद और रंग दोनों बढ़ जाते हैं।
-रायता तो आप अक्सर बनाती होंगी, लेकिन इसे और ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए, इसमें साबुत जीरे और हींग का तड़का लगाएं। रायते में पुदीने का पाउडर डालने से भी उसका स्वाद बढ़ता है।
-दाल को ज्यादा स्वादिष्ट बनाना चाहती हैं, तो उसमें जीरा, राई, प्याज और करी पत्ते का तड़का लगाएं, स्वाद दोगुना हो जाएगा।
-भिंडी काटने के तुरंत बाद उसमे नींबू का रस मिला दें। इससे भिंडी का लसलसापन खत्म हो जाता है।
-खीर बनाते समय चीनी हमेशा अंत में ही डालें, क्योंकि चीनी पहले डालने से चावल ठीक तरह से पक नहीं पाते हैं।
-दाल को उबालते समय उसमें एक चुटकी हींग डाल दें, इससे उसकी पाचक क्षमता बढ़ती है। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें आप आधा चम्मच तेल भी मिला सकती हैं।
-मसूर या अरहर दाल को तीन-चार मिनट तक धीमी आंच पर भून लें। फिर ठंडा होने के बाद इसे एयरटाइट डिब्बे में रखें। जब भी दाल बनानी हो, इसे कुछ देर पानी में भिगोकर रखें। फिर सामान्य रूप से पका लें, इससे दाल अच्छी बनती है।
-बेसन का चीला नर्म बनाना चाहती हैं, तो उसमें थोड़ा ताजा दही मिलाएं।
-साबूदाने की टिक्की बना रही हैं, तो उसमें एक ब्रेड का टुकड़ा भी मिला दें। इससे टिक्की फटती नहीं है।
-खीर बनाने से पहले चावल को एक घंटे तक भिगोकर रखें। इसके बाद इसे दस-पंद्रह मिनट के लिए फैलाकर का सूखा लें। इस चावल को बेलन से क्रश कर लें। इस चावल की खीर बनाएं, स्वादिष्ट बनेगी।
-पूरी का आटा गूंधते समय इसमें थोड़ा दूध मिलाएं, फिर गर्म पानी से गूंध लें। इससे पूरी नरम बनती है।