दिल्ली की 7 सीटों पर मतदान आज

भीषण गर्मी और दो महीने लंबे प्रचार के बाद दिल्ली शनिवार को मतदान के लिए पूरी तरह तैयार है। राष्ट्रीय राजधानी की सात लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और ‘इंडिया’ गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। चुनाव से पहले ही ‘इंडिया’ गठबंधन के घटकों के बीच सीटों को लेकर बनी सहमति के तहत आम आदमी पार्टी (आप) चार और कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ रही है। यह पहला लोकसभा चुनाव है जब ‘आप’ और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती दे रहे हैं। दिल्ली की सात सीट के लिए कुल 1.52 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 82 लाख पुरुष, 69 लाख महिलाएं और 1,228 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं जो 2,627 स्थानों पर बनाए गए 13,000 से अधिक बूथों पर मतदान करेंगे।

मतदान शनिवार सुबह सात बजे शुरू होगा और भीषण गर्मी के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। मौसम विभाग ने चुनाव के दिन के लिए ‘येलो अलर्ट’जारी किया और अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। इस बार करीब 2.52 लाख मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। दिल्ली में चुनावी मैदान में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।भाजपा ने अपने सात मौजूदा सांसदों में से छह का टिकट काट दिया और उनकी जगह नए चेहरों को मौका दिया है।

वहीं, ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया)के घटक दलों ने सीट-बंटवारे का समझौता किया है। चुनाव से पूर्व ‘आप’ को तब झटका लगा जब उसके राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को चुनाव की घोषणा के बमुश्किल एक हफ्ते बाद शराब घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 50 दिन तक जेल में रहने के बाद चुनाव प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत दी। केजरीवाल 10 मई को तिहाड़ जेल से बाहर आए और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में रोड शो और जनसभा के माध्यम से ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने न केवल आप उम्मीदवारों के लिए बल्कि कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए भी प्रचार किया।

आप ने पूर्वी दिल्ली सीट से कुलदीप कुमार को, पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा को, नयी दिल्ली से सोमनाथ भारती को और दक्षिणी दिल्ली से सही राम पहलवान को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट से उदित राज को अपना प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने मनोज तिवारी को उत्तर पूर्वी दिल्ली से प्रत्याशी बनाया है और वह राष्ट्रीय राजधानी में अकेले मौजूदा सांसद हैं जिन्हें पार्टी ने फिर से मैदान में उतारा है। भाजपा ने दक्षिणी दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी को, नयी दिल्ली से बांसुरी स्वराज को, पूर्वी दिल्ली से हर्ष दीप मल्होत्रा को, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से योगेन्द्र चंदोलिया को, चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल और पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत को प्रत्याशी बनाया है।

भाजपा ने 2014 और 2019 के आम चुनाव में दिल्ली की सभी सात सीट पर भारी अंतर से जीत हासिल की थी और वह लगातार तीसरी बार अपना रिकॉर्ड बरकरार रखने की कोशिश कर रही है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘‘दिल्ली के लोगों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण पर बहुत भरोसा है और भाजपा 2019 की तुलना में और भी बड़े अंतर से सभी सात सीट जीतने जा रही है।”

केजरीवाल ने भी बार-बार दावा किया है कि चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी और ‘इंडिया’गठबंधन के उम्मीदवार दिल्ली की सभी सात सीट पर जीत हासिल करेंगे। मतदाताओं के लिहाज से पश्चिमी दिल्ली सीट 25.87 लाख मतदाताओं के साथ राष्ट्रीय राजधानी का सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र है, जबकि 15.25 लाख मतदाताओं के साथ नयी दिल्ली सीट सबसे छोटा है। उत्तर पश्चिम दिल्ली एकमात्र आरक्षित सीट है। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति और प्रतिष्ठित हस्तियां भी शहर के मतदाता हैं।

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए 60,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए उत्तराखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश से अर्धसैनिक बलों की 51 कंपनियां और 13,500 होम गार्ड बुलाए गए हैं और सुरक्षा मजबूत करने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था की गई है।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 429 संवेदनशील केंद्रों सहित मतदान केंद्रों पर लगभग 33,000 पुलिस और अर्धसैनिक कर्मियों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली में 13,637 मतदान केंद्र हैं जिनमें 2,891 संवेदनशील हैं। यहां 70 पिंक बूथ भी स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें केवल महिला अधिकारी ही संभालेंगी। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 70 मॉडल मतदान केंद्र भी बनाये जायेंगे।

दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों और मौसम विभाग की ओर से 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान होने एवं भीषण गर्मी के पूर्वानुमान के मद्देनजर व्यापक पैमाने पर इससे निपटने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी तैयारी पूरी है। मतदाताओं की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर छायादार क्षेत्र स्थापित किए जाएंगे, जिसमें कूलर और पंखों और छायादार प्रतीक्षा स्थल होंगे। हमने हर मतदान केंद्र पर पीने के पानी, शौचालय, रैंप और व्हीलचेयर की उपलब्धता सुनिश्चित की है ताकि किसी भी मतदाता को कोई असुविधा न हो।”

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