औरैया: उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में दिबियापुर कस्बा के आजाद नगर में रेलकर्मी, उसकी पत्नी व मासूम बेटी की घर में हत्या कर दी गयी। सिर्फ इतना ही नहीं हत्यारों ने हत्या करने के बाद तीनों की लाश को जला दिया। आशंका जतायी जा रही है कि सम्पत्ति विवाद के चलते इस तिहरे हत्याकाण्ड को अंजाम दिया गया है।
फिरोजाबाद के शीतल खां गली नंबर तीन निवासी नौशाद खां उर्फ नौशू रेलवे के एमसीएम विभाग में सुपरवाइजर थे और अगले माह ही वे रिटायर होने वाले थे। नौशू ने तीन शादियां की थीं। पहली पत्नी बच्चों समेत फिरोजाबाद में रहती है जबकि कन्नौज निवासी दूसरी पत्नी उसे छोड़ चुकी है, उसका मामला अदालत में विचाराधीन है। तीन साल पहले नौशाद ने तीसरी शादी बिहार में जहानाबाद के गांव चिकसौरा निवासी आस्मीन के साथ कर ली थी। आस्मीन की दो वर्षीय बेटी शब्बो थी। रिटायर होने का समय पास होने से नौशाद से एक माह पूर्व रेलवे का क्वार्टर खाली करा लिया गया था। इसलिये वह आजाद नगर में ताराचंद्र पोरवाल के मकान में किराए पर रहने लगे थे।
उस मकान में अकेले उनका ही परिवार रहता था। रविवार रात करीब डेढ़ बजे चौकीदार ने घर से धुआं निकलता देखा तो उसने शोर मचा दिया। इसके साथ मकान के पीछे रहने वाले अजय ने ताराचंद्र के भाई चंद्रशेखर को फोन कर बताया कि उनके भाई के मकान में आग लग गई है। इससे सामने मकान में रहने वाले कल्लू व मोहल्ले के अन्य लोग घरों से निकल आए। लेकिन कोई अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। सूचना पर मौके पर पहुंचीं पुलिस जब कुंडी खोलकर अंदर गई तो तीनों के जले हुए शव पड़े थे। फर्श पर खून बिखरा था। ऐसा लग रहा था कि तीनों की हत्या करने के बाद शव को जलाया गया था। सूचना मिलते ही मौके पर फारेंसिक की टीम भी पहुंच गयी। तीनों को एक ही चारपाई में बांधकर आग लगा दी गई हो। आशंका जतायी जा रही है कि सम्पत्ति के विवाद में तीनों की हत्रूा की गयी है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।