New Delhi: तानाशाही और क्रूरता के बारे में जब भी बात होती है हमें हिटलर ही याद आता है। किसी खड़ूस व्यक्ति से बहस हो जाए तो वह हमें हिटलर सा लगता है।
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बचपन से जिस हिटलर की तानाशाही के किस्से सुन-सुन कर हम बड़े हुए हैं आज ही के दिन यानि 30 अप्रैल 1945 को उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
हिटलर की जिंददगी से जुड़ी कई कहानियां हैं। किसी कहानी में वह हीरो है तो किसी में विलेन लेकिन यह भी सच है कि एडोल्फ हिटलर 20वीं सदी का सबसे क्रूर तानाशाह था।
1933 में जर्मनी की सत्ता पर जब एडोल्फ हिटलर काबिज हुआ था तो उसने वहां एक नस्लवादी साम्राज्य की स्थापना की थी। वह यहूदियों से सख्त नफरत करता था। यहूदियों के प्रति हिटलर की इस नफरत का नतीजा नरसंहार के रूप में सामने आया। होलोकास्ट इतिहास का वो नरसंहार था, जिसमें छह साल में तकरीबन 60 लाख यहूदियों की हत्या कर दी गई थी। इनमें 15 लाख तो सिर्फ बच्चे थे।
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द्वितीय विश्व युद्ध तब हुआ, जब हिटलर के आदेश पर नाज़ी सेना ने पोलैंड पर आक्रमण किया। फ्रांस और ब्रिटेन ने पोलैंड को सुरक्षा देने का वादा किया था और वादे के अनुसार उन दोनो ने नाज़ी जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। इसके बाद जर्मनी ने रूस पर आक्रमण किया। जब अमेरिका द्वितीय विश्वयुद्ध में सम्मिलित हो गया तो हिटलर की सामरिक स्थिति बिगड़ने लगी।
हिटलर को अपनी मौत का बहुत डर था। ऐसा कहते हैँ कि कहीं उसके खाने में ज़हर न मिला दिया गया हो। यही वजह थी कि वह अपने सेवकों के चखने के बाद ही खाना खाता था। उसे ऐसा लगता था कि इंग्लैण्ड उसे मारना चाहता है जिस कारण वह हर वक्त चौंकन्ना रहता था।
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शादी के अगले दिन कर ली थी आत्महत्या करने से कुछ घंटों पहले ही उसने अपनी प्रेमिका ईवा ब्राउन से शादी की थी। ‘हिटलर्स लास्ट डे: मिनट बाई मिनट’ क़िताब के मुताबिक, 30 अप्रैल को उसने खुद को गोरी मार ली थी।
उस वक्त वह उस बंकर के कांफ्रेंस रूम में था जिसमें वह रहता था। क़िताब के अनुसार, हिटलर दूसरे विश्वयुद्ध में जर्मनी की हार से बहुत दुखी था और इसी कारण वह अवसाद में चला गया था। उसके आत्महत्या करने के तुरंत बाद उसकी बीवी ईवा ब्राउन ने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी।
क़िताब में लिखा है कि आत्महत्या करने के पहले हिटलर ने अपनी सचिव से एक राजनीतिक वसीयतनामा लिखवाया। उसने लिखवाया कि मैं और मेरी बीवी ने समर्पण और शर्म की बजाय मौत को चुना है। यह हमारी इच्छा है कि हमारे शवों को हमारी मौत के तुरंत बाद जला दिया जाए। सुबह पांच बजे वह और उसकी पत्नी ईवा ब्राउन बंकर में बने अपने कमरे में गए। उस समय रूस जर्मनी में भयानक बमबारी कर रहा था। रूसी सेना उस तक पहुंचने ही वाली थी, इससे पहले उसने खुद को गोली मार ली और इस तरह एक तानाशाह का अंत हो गया।