स्पेसएक्स की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिंक अब दुनिया भर के 32 देशों में उपलब्ध है। कंपनी ने इसकी घोषणा अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से की है। स्टारलिंक ने ट्विटर पर इस सर्विस को दिखाते हुए एक स्क्रीनशॉट साझा किया है। इसमें एक मैप दिखाया गया है, जो कि अधिकांश यूरोप और उत्तरी अमेरिका के साथ-साथ दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के कुछ हिस्सों में सेवा को उपलब्धता को दिखाता है।

हालांकि स्पेसएक्स की सुविधा सिर्फ 25 देशो में उपलब्ध थी , जो अब 2023 तक 32 देशों में उपलब्ध हो जाएगी। कंपनी ने बताया था कि साल 2022 में स्टारलिंक सर्विस 25 देशों में उपलब्ध करवाई जाएगी। कहा जा रहा है कि साल के आखिर तक यह लिस्ट और लंबी हो सकती है। स्टारलिंक का फायदा दूर के एरिया में रहने वाले उन यूजर्स को मिलेगा, जिनके पास तक केबल आधारित इंटरनेट नहीं पहुंच पाता है। बता दें कि इससे पहले स्पेस-X अपने स्टारलिंक नेटवर्क को मजबूत करने के लिए कई लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुकी है।]
ट्विटर पर शेयर किए गए मैप में उन देशो पर कमिंग सून लिखा है, जिसमें ये सर्विसेज मिलेगी। बता दें कि बीते कुछ महीनों में स्टारलिंक को अपने सेवाएं डिलीवर करने में दिक्कत आ रही थी इस कारण ग्राहक लगातार शिकायत कर रहे थे। हालांकि कंपनी ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया है, जिसके बाद स्टारलिंक शिप करने की बात ट्वीट की।
भारत स्टारलिंक सर्विस के लिए बड़े मार्केट्स में से एक माना जा रहा था। इसके साथ ही, कंपनी ने यहां प्री-ऑडर्स लेना भी शुरू कर दिया था। हालांकि सरकार की ओर से स्टारलिंक को चेतावनी दी गई और इसका प्री-ऑर्डर्स रोक दिया गया है। सरकार ने कहा कि बुकिंग्स से पहले कंपनी के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है। इसके साथ सरकार ने उन ग्राहकों के पैसे भी लौटाने की बात कही जिन्होनें कंपनी की सेवाएं प्री-ऑर्डर की।
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