निवेश के लिहाज से दुबई भारतीय और पाकिस्तानी कारोबारियों के लिए सबसे आकर्षक स्थानों में बना हुआ है. दुबई में जनवरी में नए कारोबार शुरू करने के मामले में इन दोनों देशों के नागरिक शीर्ष पर हैं.
दुबई इकोनॉमी के हाल में जारी आंकड़ों के अनुसार दुबई में जनवरी महीने में निवेश के मामले में भारत-पाकिस्तान के बाद मिस्र, जॉर्डन, ब्रिटेन, सऊदी अरब और चीनी कारोबारियों का स्थान है.
खलीज टाइम्स अखबार के अनुसार दुबई इकोनॉमी ने जनवरी में 23,626 रजिस्ट्रेशन और लाइसेंसिंग ट्रांजैक्शन में 1,638 नए लाइसेंस जारी किए हैं और 2,087 शुरुआती मंजूरी दी गई है. इनमें से 58 फीसदी कॉमर्शियल लाइसेंस और 39.9 फीसदी प्रोफेशनल लाइसेंस जारी किए गए हैं. इंडस्ट्रियल लाइसेंस का हिस्सा 1.1 फीसदी और टूरिज्म लाइसेंस का हिस्सा 1 फीसदी है.
सबसे ज्यादा लाइसेंस ट्रेड और रिपयेर सेवाओं के लिए जारी हुए हैं. इसके बाद रियल एस्टेट, लीजिंग और बिजनेस सेवाओं, कम्युनिटी सेवाओं, निर्माण, होटल, ट्रांसपोर्टेशन आदि का हिस्सा है.
गौरतलब है कि यूएई में 30 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं और इनका सबसे बड़ा हिस्सा वहां के तीन बड़े शहरों अबू धाबी , दुबई और शरजाह में रहता है.
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