राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आज (रविवार को) नामांकन दाखिल कर दिया। उनका अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। कांग्रेस चाहे सत्ता में रहे या न रहे लेकिन वो (राहुल गांधी)चर्चा में रहते हैं। कभी छुट्टियां मनाने को लेकर तो कभी सरकार पर तंज कसने को लेकर। आजकल तो गुजरात विधानसभा चुनाव में केंद्र की भाजपा सरकार पर अपने अंदाज में प्रहार करने के कारण वो सोशल मीडिया पर खासा छाए हुए हैं। उनके आरोपों पर भाजपा के बड़े नेता मीडिया में बयान देते हैं, सफाई देते हैं, पलटवार करते हैं। इससे ये भी लगता है कि सत्ता पक्ष के लिए राहुल गांधी को नजरअंदाज करना आसान नहीं है।Gujarat Election: अब गुजरात में चुनावी रेली करने जा रहीं है मायावती, जानिए पूरा कार्यक्रम!
तमाम तरह के चुटकुलों, आरोपों और वंशवाद का ध्वज वाहक बताए जाने के बाद भी राहुल सहज ही जनता को आकर्षित कर लेते हैं। उन्हें डाउन टू अर्थ दिखाने वाली कई तस्वीरें बरबस ही लोगों को उनके बारे में बात करने को विवश करती हैं। वो गरीबों के घर जाते हैं। उनकी बातों को सुनते हैं और उन्हें एक भावनात्मक संबल प्रदान करते हैं।
राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से सांसद हैं। जहां पर इस बार के निकाय चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। लेकिन उनकी ताजपोशी पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया और कहा कि उनके अध्यक्ष बनने से पार्टी में नई ऊजा का संचार होगा। पार्टी कार्यकर्ताओं को राहुल से बड़ी उम्मीदें हैं।