देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक के मामले में एफआईआर दर्ज
झारखंड के देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध के मामले में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे और सांसद मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. बता दें कि सांसद निशिकांत दुबे और सांसद मनोज तिवारी समेत अन्य 9 लोगों पर देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध लगाने और जबरन एयरपोर्ट की ATC बिल्डिंग में घुसने का आरोप है. एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात डीएसपी रैंक के अफसर ने इसकी लिखित शिकायत दी है.
निशिकांत दुबे ने एफआईआर दर्ज होने के बाद क्या कहा?
एफआईआर दर्ज होने के बाद सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि इस मामले में एयरपोर्ट का जो कस्टोडियन है उसके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. सबको सोचना चाहिए कि उस एयरपोर्ट डायरेक्टर के खिलाफ क्यों एफआईआर दर्ज की गई. ये एफआईआर इसलिए है क्योंकि डीसी को पता है कि ये एफआईआर एक मिनट भी हाईकोर्ट में नहीं टिकेगी.
सांसद ने झारखंड सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि वो जो मर्जी कर लें, मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है. अगर मैंने डायरेक्टर पर दबाव बनाया तो वो मेरे ऊपर केस करेगा कि डायरेक्टर के ऊपर ये केस करेंगे. यदि मैंने मानक का उल्लंघन किया तो डायरेक्टर मेरे खिलाफ केस करेगा कि ये एफआईआर उसके ऊपर झारखंड सरकार करेगी. इसी एफआईआर से आप समझ सकते हैं कि देवघर में किस तरह का प्रशासन चल रहा है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा पर सांसद का हमला
झारखंड की स्थिति पर सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अब झारखंड मुस्लिम मोर्चा हो गया है. 1800 सरकारी स्कूल ऐसे हैं जो उर्दू स्कूल हो गए हैं. रविवार के बदले वहां शुक्रवार को छुट्टी होती है. जबरदस्ती धर्म परिवर्तन होता है. अंकिता जैसी घटनाएं होती हैं. महादलित को मुसलमान भगा देते हैं, पलायन होता है.
दुमका क्यों गए थे बीजेपी नेता?
जान लें कि बीते 31 अगस्त को बीजेपी नेता दुमका पीड़िता अंकिता के घर उसके परिजनों से मिलने गए थे. एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध का ये मामला तभी का है. 31 अगस्त को अंकिता के घर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, सांसद मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा और अन्य नेता पहुंचे थे. उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी थी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी.
अंकिता को पेट्रोल डालकर जलाया
बता दें कि दुमका में नाबालिग बेटी अंकिता को खिड़की से पेट्रोल डालकर जला दिया गया था. बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. इस घटना में अंकिता का शरीर 90 फीसदी से अधिक तक जल गया था. इस मामले का मुख्य आरोपी शाहरुख है. शाहरुख को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. इसके अलावा कई अन्य आरोपी भी पुलिस अरेस्ट कर चुकी है. मामले की जांच जारी है.