नई दिल्ली : देश का पहले हेलीपोर्ट का राजधानी दिल्ली के रोहिणी में उद्धाटन किया है। इस हेलीपोर्ट बनने से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बोझ कुछ कम होगा। कुल 25 एकड़ के दायरे में बने इस हेलीपोर्ट में एक साथ 10 हेलीकॉप्टर उड़ान भर या उतर सकते हैं।
इस हेलीपोर्ट के उद्धाटन के मौके पर राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, उपराज्यपाल अनिल बैजल और बीजेपी सांसद उदित राज मौजूद थे। रोहिणी का हेलीपोर्ट उत्तर.भारत के हेलीकॉप्टर ऑपरेशन के केंद्र के रूप में काम करेगा। इस हेलीपोर्ट से पश्चिमी उत्तर.प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों के लिए उड़ान संभव होगा। यह हेलीपोर्ट वैसे तो पिछले साल ही बनकर तैयार हो गया था, लेकिन अभी तक रात में उड़ान भरने की इजाजत नहीं मिलने की वजह से इसका औपचारिक उद्घाटन नहीं हुआ था।
इस प्रोजेक्ट की लागत है 100 करोड़ है । इस हेलीपोर्ट में बनी इमारत में एक बार में करीब 150 यात्री रूक सकते हैं। इस हेलीपोर्ट में हेलीकॉप्टर को रखने के लिए करीब चार हैंगर का निर्माण भी किया गया है। इन हैंगरों में एक बार में करीब 16 हेलीकॉप्टर खड़े किये जा सकेंगे। इस हेलीपोर्ट को पवन हंस कंपनी संचालित करेगी। यह हेलीपोर्ट रोहिणी में करीब 25 एकड़ में बना है और यह रिठाला मेट्रो स्टेशन से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। पिछले एक साल से इस हेलीपोर्ट का ट्रायल चल रहा था जो सफल रहा।