थिंक टैंक की रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस की 43 प्रतिशत महिलाओं ने स्वीकार किया है कि उन्हें उनकी मर्जी के बिना छुआ गया है। वहीं 58 प्रतिशत महिलाओं ने माना कि वह गलत तरह के व्यवहार का शिकार हुई हैं। फ्रांस की आधी महिलाओं का कहना है कि उन्हें अपशब्द कहे गए और लिंगभेदी टिप्पणियां की गई हैं। इसके अलावा हर पांचवी महिला ने माना कि उसे मेल और मैसेज के जरिए पोर्न सामग्री प्राप्त हुई है।
इस रिपोर्ट के अनुसार कई ऐसी महिलाएं भी हैं जिन्हें कि अपनी जिंदगी में कई बार उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है। इस रिपोर्ट में पीड़ितों द्वारा भुगते गए दुष्परिणाम और लंबी अवधि के नतीजों के बारे में भी बात की गई है। बहुत से दूसरे देशों की तरह पिछले कुछ महीनों में फ्रांस की महिलाओं ने सोशल मीडिया पर अपने साथ हुई यौन हिंसा की घटनाओं को साझा किया है। जिसने देश में एक राष्ट्रीय चर्चा का रूप ले लिया था।