श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में परीक्षा व्यवस्था बेपटरी हो गई है। स्थिति यह है कि कुछ छात्र उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में तो उत्तीर्ण हैं, लेकिन परीक्षा परिणाम में उन्हें फेल कर दिया गया है। वहीं, बच्चे संस्कृत की परीक्षा दे रहे हैं और अंक गृह विज्ञान के दिए जा रहे हैं। इन मामलों का खुलासा सूचना के अधिकार में हुआ है।
बीए तृतीय सेमेस्टर के छात्र अभिषेक मिश्रा को हिंदी के रीतिकालीन काव्य प्रश्नपत्र में फेल दर्शाया गया है, जब छात्र ने सूचना के अधिकार के तहत अपनी उत्तर पुस्तिका की छाया प्रति मांगी तो देखा कि उसे 75 में से 34 अंक प्राप्त हुए हैं, वह पास है। वहीं, बीए द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा पूजा ने संस्कृत विषय की परीक्षा दी थी, लेकिन जब परीक्षा परिणाम आया तो संस्कृत के स्थान पर गृह विज्ञान के फूड एंड न्यूट्रिशन में अंक दिए गए।
छात्र नेता पीयूष गुप्ता व संजना गुप्ता ने बताया कि इन मामलों में विवि प्रशासन के पास शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कहा कि अब छात्र आंदोलन का मन बना रहे हैं।
कई बार आंदोलन तक कर चुके हैं छात्र-छात्राएं
श्रीदेव सुमन विवि में अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। सबसे खराब स्थिति परीक्षा अनुभाग की है। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी के आरोप में छात्र कई बार आंदोलन कर चुके हैं। बावजूद इसके व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो रहा है।
कोई भी त्रुटि न हो इसका रखा जा रहा है पूरा ध्यान
परीक्षा परिणामों में कोई त्रुटि न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बच्चे आवेदन करते समय कई गलतियां कर देते हैं, जिस कारण इस तरह के मामले सामने आते हैं। इन मामलों को दिखवाया जाएगा।
-प्रो. वीपी श्रीवास्तव, परीक्षा नियंत्रक, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि