श्रीलंका के चुनाव आयोग (National Election Commission, NEC) ने संसदीय चुनाव को आयोजित करने का फैसला लिया है। इसके लिए आयोग ने 5 अगस्त की तारीख तय की है। इससे पहले महामारी के कारण दो बार इस चुनाव की तारीख को स्थगित किया जा चुका है। आयोग के चेयरमैन महिंदा देश प्रिय (NEC Chairman Mahinda Deshapriya) ने बुधवार को बताया, ‘कोरोना वायरस के कारण हम चुनाव का आयोजन नहीं कर सके। हमने अपनी ओर से हर संभव बेहतर प्रयास किए। 20 जून को होने वाले संसदीय आम चुनाव की तारीख 5 अगस्त को कर दी गई।’
देश के शीर्ष अदालत में चुनाव आयोग का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सालिया पीरिस (Saliya Peiris) ने हाल में ही बताया था कि स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा सुरक्षित हालात की घोषणा के बाद ही चुनाव कराए जाएंगे। अनेकों पूर्व सांसदों व सिविल ग्रुप ने कोर्ट में इस बात की शिकायत की है।
देश के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कार्यकाल खत्म होने से 6 महीने पहले यानी दो मार्च को संसद को भंग कर दिया था। इसके बाद 25 अप्रैल को चुनाव का आयोजन किया जाना था लेकिन 20 जून तक टाल दिया गया। इसके बाद श्रीलंका के चुनाव आयोग ने शीर्ष अदालत को जानकारी दी कि कोविड-19 के खतरे को देखते 20 जून को चुनाव कराना संभव नहीं हैं। आयोग के चेयरमैन ने बताया कि सर्वसम्मति से संसदीय चुनाव के लिए 5 अगस्त की तारीख तय की गई है। उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव के दौरान हेल्थ गाइडलाइंस का पालन करना होगा। इस दौरान लोगों को मास्क पहनना होगा और शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। लेकिन चुनाव में हो रही देरी के कारण विपक्ष ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि अदालत ने संसद भंग करने और चुनाव के खिलाफ दाखिल सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया।
श्रीलंका में कोविड-19 का पहला मामला 27 जनवरी को आया था और 10 जून तक देश भर में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1,859 हो गया जिसमें से 11 लोगों की मौत हो चुकी है।