दो साल से बंद कश्मीर के ट्यूलिप गार्डन से पर्यटन की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद, सैलानियों से बढ़ेगी रौनक #tosnews
कोरोना और आंतरिक समस्याओं की वजह से पिछले दो सालों से बंद कश्मीर का इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन Tulipgardenफिर से एक बार खोल दिया गया है। यहां पर्यटकों tourist का आना जारी है। सैलानियों की भीड़ बढ़ने से कश्मीर में एक बार फिर पर्यटन कारोबार tourism industryके बढ़ने की उम्मीद है। यहां सैलानियों का स्वागत करने के लिए स्थानीय लोग भी तैयार हैं। #tosnews
केंद्र सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था और कोरोना दिशा निर्देशों का पालन करते हुए यहां तैयारी की गई है। दो सालों में कश्मीर Kashmir को पर्यटन tourism के मामले में काफी नुकसान हुआ है। साल 2011 में ट्यूलिप गार्डन Tulipgarden को देखने के लिए 70 हजार सैलानी पहुंचे थे। इससे यहां का पर्यटन कारोबार को काफी मदद मिली थी। इस बार उम्मीद ज्यादा पर्यटकों की है लेकिन कश्मीर में आए दिन की हलचल से लोग काफी संशय में है।
ट्यूलिप गार्डन से ही शुरुआत की उम्मीद tulipgarden #tosnews
कश्मीर Kashmir में सैलानियों के आने का सिलसिला ट्यूलिप गार्डन tulipgardenके बहाने की बढ़ाने की उम्मीद है। पिछले दो सालों से बंद चल रहे इस गार्डन में इस बार 15 लाख से ज्यादा फूल उगाए गए हैं। देखने में स्विटजरलैंड का अहसास दिलाने वाले इस गार्डन में इस बार 64 प्रजातियां विकसित की गई हैं। जबकि इससे पहले पिछले साल यह किस्म सिर्फ 54 थी और यहां 13 लाख ट्यूलिप के फूल उगे थे। यहां सैलानियों को आकर्षित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्यूलिप गार्डन Tulipgardenकी तारीफ की थी और लोगों से अपील की थी कि वे यहां आएं और खूबसूरती का लुत्फ उठाएं।
चेरी और खुबानी के पेड़ों की खूबसूरती आएगी नजर #tosnews
जबरवन पर्वत शृंखला की तलहटी पर बसे ट्यूलिप गार्डन Tulipgardenडल झील के नजदीक है। यहां सिर्फ आपको ट्यूलिप के पौधे और शानदार नजारा ही नहीं बल्कि गुलाब के फूलों की किस्में देखने को मिलेगी। इसके साथ ही चेरी और खुमानी के शानदार फूलों से लदे पेड़ भी आपका दिल बाग-बाग कर देंगे। इस बार फूलों में 35 फीसद का इजाफा हुआ है।
सिर्फ चार सप्ताह के लिए खुलता है बाग #tosnews
ट्यूलिप गार्डन Tulipgardenकी खासियत यह है कि यह बाग केवल चार सप्ताह के लिए ही खुलता है। गर्मी और बारिश की वजह से इसके फूलों को खासा नुकसान पहुंचता है। गार्डन से जुड़े लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन की ओर से सैलानियों के लिए काफी इंतजाम किया गया है। कोविड निर्देशों का पालन करते हुए मास्क की अनिवार्यता की गई है।
2007 में पहली बार खुला था बाग garden #tosnews
वर्ष 2007 में पहली बार ट्यूलिप गार्डन को कश्मीर में पर्यटकों के लिए खोला गया था. 90 एकड़ भूमि पर बने इस बाग को मार्च और अप्रैल में ही खोला जाता है। यहां पर्यटक सिर्फ फूलों का ही आनंद नहीं लेंगे बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
—-GB Singh