दूसरे दिन गुरुवार को भी समूचा उत्तर प्रदेश धूल भरी धुंध की आगोश में रहा। आसमान में धुंध छायी रही। इसके चलते लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। वहीं पिछले 24 घंटे में आंधी-बारिश ने आंबेडकरनगर, सीतापुर, गोंडा में भारी तबाही मचाई है। इस दौरान हुए हादसों में 13 की मौत हो गई और छह घायल हो गए। तेज आंधी में बिजली के खंभे और सैकड़ों पेड़ गिर गए। इससे बिजली और यातायात व्यवस्था भी बाधित रही। दूसरी ओर भीषण गर्मी के कारण भी पांच लोगों ने दम तोड़ दिया।
मेरठ जोन के सभी जिलों में वातावरण में धूल के गुबार से थोड़ी राहत मिली। दिन में चली तेज हवाओं से गुबार पूर्वी जिलों की तरफ बढ़ रहा है। वहीं हवा के स्तर में भी सुधार देखा गया। मौसम वेधशाला प्रभारी उमेश कुमार का कहना है कि अगले 48 घंटे तक मौसम ऐसा ही बना रहने की संभावना है। तेज आंधी व बारिश के बाद ही मौसम साफ हो पायेगा। मुरादाबाद, सम्भल, अमरोहा, रामपुर, अलीगढ़, बरेली, आगरा में दिन भर धूल भरी धुंध छायी रही।
आसमान साफ नहीं होने के चलते सूरज की रोशनी धरती तक कम ही पहुंची। 20-20 किमी प्रति घंटे घंटे की रफ्तार से गर्म हवा चली। फर्रुखाबाद में भी धुंध छाई रही। धूल भरी हवा और वाहनों से निकलने वाले विषैले धुआं के कारण वाराणसी का वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया। इलाहाबाद में तेज धूप में गर्म हवाएं परेशान करती रहीं। प्रतापगढ़ में बादल छाने के बावजूद गर्मी कम नहीं हुई। महोबा में गर्मी के चलते उल्टी दस्त के कारण मासूम सहित चार लोगों की मौत हो गई। वहीं बुलंदशहर के सिकंदराबाद में एक व्यक्ति की गर्मी के कारण मौत हो गई।
आंबेडकरनगर में आंधी व बारिश से पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत हो गई। गोंडा में बिजली पोलकर टूटकर और पेड़ की डाली गिरने से तीन की मौत हो गई। सीतापुर में अलग-अलग स्थानों पर छह मौतें हुई हैं। बहराइच में आंधी व बारिश से सैकड़ों पेज धराशायी हो गए।
बिजली के डेढ़ सौ पोल टूटकर गिर गए। बहराइच-लखनऊ हाईवे पर पेड़ सड़क पर गिर गए। जिससे दो घंटे जाम लगा रहा। बहराइच-सीतापुर हाईवे पर पेड़ों के गिरने से तीन घंटे तक आवागमन बाधित रहा। इस दौरान छह लोग घायल हो गए। गोरखपुर में बुधवार देर शाम तेज आंधी के साथ आई बारिश ने लोगों को राहत दी।