तीसरे वनडे में भारत वेस्टइंडीज़ से 11 रनों से हार गया. 190 रनों का पीछा करने उतरी टीम इंडिया सिर्फ 178 रन ही बना पाई. पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस मुश्किल पिच पर आखिर तक डटे रहे, लेकिन वह टीम को जीत की दहलीज पर ले जाने में नाकाम रहे. धोनी ने काफी धीमी पारी खेली, जिसकी आलोचना भी हो रही है.
महेंद्र सिंह धोनी ने 114 गेंदों में मात्र 54 रन बनाए, जिसमें सिर्फ एक चौका शामिल है. धोनी का स्ट्राइक रेट सिर्फ 47 का ही रहा. धोनी ने अपना पहला चौका 103 गेंदों के बाद जड़ा. लेकिन आखिरी ओवर से पहले ही धोनी चलते बने.
धोनी की सबसे धीमी फिफ्टी
धोनी ने 108 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए. महेंद्र सिंह धोनी का यह सबसे धीमा वनडे अर्धशतक था, वहीं किसी भारतीय की ओर से यह दूसरा सबसे धीमा अर्धशतक था. सदागोपन रमेश के नाम भारत की ओर से सबसे धीमा अर्धशतक का रिकॉर्ड है,उन्होंने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ 200 गेंदों में 82 रन बनाए थे. तो वहीं सौरव गांगुली ने भी एक बार 105 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था.
हाथ से निकला मैच
आपको बता दें कि वेस्टइंडीज ने टीम इंडिया को एंटीगुआ में खेले गए तीसरे वनडे में 11 रनों से मात देकर पांच मैचों की वनडे सीरीज में अपनी उम्मीदें कायम रखी हैं. अब भारत को सीरीज जीतने के लिए आखिरी वनडे मैच हर हाल में जीतना होगा. हालांकि वह सीरीज नहीं हार सकता. वेस्टइंडीज फिलहाल 1-2 से पीछे है, ऐसे में उनकी कोशिश आखिरी मैच जीतकर सीरीज बराबर करने की होगी.इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 50 ओवर में 9 विकेट गंवा कर 189 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत के लिए 190 रनों का लक्ष्य दिया. आसान से लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया 49.4 ओवर में 178 पर ही ढेर हो गई और ये मैच 11 रनों से हार गई.