भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही वनडे सीरीज़ का तीसरा मैच बुधवार को खेला जाएगा. भारत अभी सीरीज़ में 2-0 से बढ़त बनाए हुए है. पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को शुरुआती दो मैचों में बल्लेबाजी करने का तो ज्यादा मौका नहीं मिला, लेकिन विकेट के पीछे रहते हुए वो लगातार अपनी टीम के लिए काम कर रहे हैं. अब महेंद्र सिंह धोनी अफ्रीकी बल्लेबाजों के लिए एक नए प्लान पर काम कर रहे हैं.
धोनी को नेट्स में काफी कम विकेटकीपिंग की प्रैक्टिस करते हुए देखा गया है. लेकिन साउथ अफ्रीका में तीसरे मैच से पहले धोनी ने विकेटकीपिंग की प्रैक्टिस में काफी वक्त बिताया. जो कि अफ्रीकी बल्लेबाजों के लिए धोनी का एक नया प्लान है.
इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं. चूंकि, अफ्रीका में इन दिनों पानी की काफी कमी है ऐसे में पिचों पर भी कम पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है. पिच में पानी की कमी के कारण उसमें बदलाव की आशंका रहती है. ऐसे में बल्लेबाज अगर चहलकदमी करता है तो विकेट के पीछे धोनी की भूमिका बढ़ जाती है.
हाल ही में अफ्रीकी टीम के बल्लेबाजी कोच डेल का मानना है कि अफ्रीकी बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों को खेलने के लिए अलग तरीके के प्लान पर काम कर रहे हैं.
इसके लिए प्रैक्टिस में कई लोकल स्पिनर गेंदबाजों को भी बुलाया गया था. उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि गेंद को स्पिन होने से पहले ही रोका जाए, यानी बल्लेबाज पिच पर आगे बढ़कर भारतीय स्पिनरों का सामना करेंगे. ऐसे में धोनी का ये मास्टर प्लान टीम इंडिया के लिए सही साबित हो सकता है.
अफ्रीकी धरती पर इतिहास रचने उतरेगी टीम इंडिया, चाहिए जीत की हैट्रिक
भारतीय टीम की नजरें पहली बार दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में तीन मैच जीतकर इतिहास रचने पर टिकी हैं. दक्षिण अफ्रीका में द्विपक्षीय सीरीज में इससे पहले भारतीय टीम कभी दो से अधिक वनडे नहीं जीत पाई है.
मेहमान टीम ने 1992-90 में सात मैचों की सीरीज 2-5 से गंवाई थी, जबकि 2010-11 में भारत 2-1 की बढ़त बनाने के बाद पांच मैचों की सीरीज 2-3 से हार गई थी. मौजूदा भारतीय टीम के स्तर को देखते हुए अगर इतिहास दोहराया जाता है, तो यह टीम इंडिया के लिए बड़ी त्रासदी की तरह होगा.