नगर निगम ने सफाई के बाद गंदगी और गोबर फेंकने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। गंदगी फेंकने में सिर्फ 11 दिन में 162 लोगों का चालान किया गया है। डस्टबिन न रखने वाले दुकानों को चिह्नित करके नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। साथ ही गंदगी सड़क तक न आए इसके लिए जोनवार घर-घर से कूड़ा उठाने का खाका तैयार किया जा रहा है।
नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने कार्यभार संभालते ही अफसरों से कहा था कि हर हाल में शहर को गंदगी मुक्त बनाना है। इसको लेकर जोनवार जोनल प्रभारी, अभियंता और स्वास्थ्य अफसरों को जिम्मेदारी दी है कि सुबह सात बजे अपने-अपने क्षेत्र में निकलकर सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराएंगे। सफाई के बाद भी गंदगी फेंकने वालों पर कार्रवाई की जाए। स्वास्थ्य विभाग ने ग्वालटोली, मालरोड, पनकी, गीतानगर, काकादेव, सर्वोदय नगर समेत कई इलाकों में एक अगस्त से 11 अगस्त तक 162 चालान कर कोर्ट भेज दिए हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय संखवार ने बताया कि गंदगी फेंकने वालों पर कार्रवाई करने के लिए रोज अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने ग्वालटोली, मालरोड, पनकी, गीतानगर, काकादेव, सर्वोदय नगर समेत कई इलाकों में एक अगस्त से 11 अगस्त तक 162 चालान कर कोर्ट भेज दिए हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय संखवार ने बताया कि गंदगी फेंकने वालों पर कार्रवाई करने के लिए रोज अभियान चलाया जा रहा है।
घर-घर से कूड़ा उठाने को खरीदे जाएंगे वाहन : घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए 15 वें वित्त आयोग में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना की पहली किस्त में 22 करोड़ रुपये रखे गए हैं। इसमें भाऊसिंह प्लांट में एकत्र 12 लाख टन कूड़े के निस्तारण के साथ ही घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए वाहन खरीदने को धनराशि रखी गई है। महापौर की अगुवाई में गठित कमेटी ने स्वीकृत दे दी है। अब आइआइटी को स्वीकृति देना बाकी है।